मानव को मानव बनने के लिए प्रेरित करता है अणुव्रत

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मानव को मानव बनने के लिए प्रेरित करता है अणुव्रत

पर्युषण महापर्व का पाँचवा दिवस अणुव्रत चेतना दिवस। अणुव्रत समिति ट्रस्ट ने सभी चारित्रात्माओं के सान्निध्य में अणुव्रत चेतना दिवस मनाया :-
1. तेरापंथ भवन, रोहिणी में 'शासनश्री' मुनि विमलकुमार जी ने कहा कि हर व्यक्ति को अणुव्रत अपने जीवन में उतारना चाहिए। मुनि अक्षयकुमारजी एवं मुनि धन्यकुमारजी ने व्रतों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा जीवन को सुधारने के लिए छोटे-छोटे नियम अपनाने चाहिए। अणुव्रत विश्व भारती की संगठन मंत्री डॉ. कुसुम लुनिया ने अपने विचारों में अणुव्रत के बारे में विस्तार से बताते हुए अपने द्वारा लिखित पुस्तक 'सर्वोत्तम जीवनशैली' डॉ. धनपत लूनिया, दिल्ली समिति मंत्री राजेश बैंगानी के साथ मुनिश्री को भेंट की। अणुव्रत समिति दिल्ली के सरंक्षक सदस्य राजेन्द्र सिंघी, मदन लाल जैन, प्रवीण बैद इत्यादि ने अणुव्रत गीत का संगान किया।
2. ग्रीन पार्क के गोयल आस्था भवन में 'शासनश्री' साध्वी संघमित्रा जी ने व्रत के उपयोग बताते हुए कहा हम जीवन में जितना त्याग संयम की पालना करेंगे उतना ही हमारा जीवन उत्कृष्ट होगा। दिल्ली समिति के सदस्य सुशील डागा द्वारा जनता को अणुव्रत संकल्पों को स्वीकार करने की प्रेरणा तथा अणुव्रत पत्रिका, बच्चों का देश पत्रिका के बारे में जानकारी दी गई।
3. तेरापंथ भवन महरौली में 'शासनश्री' साध्वी सुव्रताजी ठाणा-4 ने कहा कि अणुव्रत का प्रचार-प्रसार अधिक से अधिक लोगों के मध्य हो। व्यक्ति की चेतना का जागरण छोटे- छोटे नियमों के माध्यम से होता रहे। 'शासनश्री' साध्वी सुमनप्रभा जी ने भी व्रत, संयम पर बल देते हुए कहा कि हमें अपने भीतर की चेतना को जागृत करके हर बुराई से बचना है। साध्वी वृन्द ने मधुर गीतिका से सबको सम्मोहित किया। अणुव्रत गीत का संगान आचार्य तुलसी सर्वोदय विद्यालय के विद्यार्थियों ने किया। दिल्ली समिति के सहमंत्री मनोज खटेड़, कल्पना सेठिया ने भी अणुव्रत के विषय पर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए।
4. तेरापंथ भवन कृष्णा नगर में विराजित 'शासनश्री' साध्वी रविप्रभा जी ने गुरुदेव तुलसी के महान अवदान अणुव्रत पर विशेष प्रेरणा देते हुए बताया कि हम संकल्पों के द्वारा अपने जीवन की दशा-दिशा को बदल सकते है। दिल्ली समिति मीडिया प्रभारी ऋषभ बैद ने अणुव्रत के चल रहे प्रकल्पों की जानकारी के साथ साथ सभी से अणुव्रत से जुड़ने का आह्वान किया।
5. तेरापंथ भवन शास्त्री नगर में 'शासनश्री' साध्वी ललितप्रभा जी ने अणुव्रत के नियमों को बताते हुए कहा हमें जीवन में कुछ हासिल करना है तो नियमों की पालना करनी पड़ेगी। व्रत, संकल्प, संयम के द्वारा ही हम अपने अन्दर ऊर्जा का संचार कर सकते हैं। दिल्ली अणुव्रत समिति सदस्यों द्वारा अणुव्रत गीत का संगान किया गया।
6. खिलौनी देवी धर्मशाला पीतमपूरा में साध्वी अणिमाश्री जी ने कहा कि जितना हम संयम, व्रतों का पालन करेंगे, उतना ही हम नैतिकता, प्रामाणिकता, मैत्री, सद्भाव के गुणों को अपने भीतर महसूस करेंगे। अणुव्रत विश्व भारती के मुख्य न्यासी तेजकरण सुराना ने अणुव्रत के नियमों, प्रकल्पों की जानकारी रखी। दिल्ली समिति अध्यक्ष मनोज बरमेचा आदि ने अणुव्रत गीत का संगान किया।
7. ओसवाल भवन विवेक विहार में साध्वी संगीतश्री जी ने कहा कि अणुव्रत को अपनाकर व्यक्ति ना केवल अपना निर्माण कर सकता है अपितु राष्ट्र निर्माण में भी सहयोगी बन सकता है। आज हर जगह भ्रष्टाचार, अराजकता का दूषित वातावरण है, अणुव्रत ही एक ऐसा आयाम है जो दुनिया को नैतिकता, सदभावना, नशामुक्ति की बात समझाता है। अणुव्रत विश्व भारती के महामंत्री भीखमचन्द्र सुराना ने अपने वक्तव्य में व्रतों और अणुव्रत के बारे में विस्तार से बताया। दिल्ली समिति संगठन मंत्री राजीव महनोत एवं समिति के सदस्यों ने अणुव्रत गीत का संगान किया।
8. अणुव्रत भवन में विराजित साध्वी डॉ. कुन्दनरेखा जी ने कहा - एक अणुव्रत ही ऐसा आयाम है जो मानव को मानव बनने के लिए प्रेरित करता है। विद्यार्थी जीवन से ही उनमें नैतिकता का जागरण आरम्भ करके उनका जीवन संवारने का कार्य अणुव्रत ही करता है। दिल्ली समिति सहमंत्री पवन गिड़िया एवं सदस्यों ने अणुव्रत गीतिका का संगान किया तथा अणुव्रत के बारे में विस्तृत जानकारी भी दी।
9. तेरापंथ भवन पश्चिम विहार में विराजित साध्वी लब्धिप्रभा जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि हमारी सोच, हमारी जीवन शैली हम खुद तय करते हैं। जितना हम संयम, व्रत इत्यादि का पालन करेंगे उतना ही हमारे चरित्र का निर्माण उन्नत होगा। अणुव्रत विश्व भारती के पत्रिका संयोजक सुरेन्द्र नाहटा ने अणुव्रत की जानकारी प्रदान की। दिल्ली समिति के उपाध्यक्ष कमल बैंगानी एवं सदस्यों द्वारा अणुव्रत गीत का संगान किया।