सामाइयमाहु तस्स जं, जो अप्पाण भए ण दंसए। जो भय से विचलित नहीं होता, उस साधक के सामायिक होता है।

- आचार्य श्री भिक्षु महाराज

रचनाएं

समण श्रेणी की मुस्कराहट-समणी स्थितप्रज्ञा

समणी स्वर्णप्रज्ञा, डाॅ. समणी मंगलप्रज्ञा

23 January - 29 January 2023

समण श्रेणी की मुस्कराहट-समणी स्थितप्रज्ञा

रचनाएं

अर्हम

डाॅ0 समणी मंजुलप्रज्ञा

23 January - 29 January 2023

अर्हम

विविध

नामकरण संस्कार

पूर्वांचल-कोलकाता।

23 January - 29 January 2023

नामकरण संस्कार

रचनाएं

साँसों का इकतारा

साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा

23 January - 29 January 2023

साँसों का इकतारा

रचनाएं

साँसों का इकतारा

साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा

23 January - 29 January 2023

साँसों का इकतारा

स्वाध्याय

संबोधि

आचार्य महाप्रज्ञ

23 January - 29 January 2023

संबोधि

स्वाध्याय

अवबोध

मंत्री मुनि सुमेरमल ‘लाडनूं’

23 January - 29 January 2023

अवबोध

स्वाध्याय

उपासना

आचार्य महाश्रमण

23 January - 29 January 2023

उपासना
PDF जैन पंचांग