लोही खरड्यो जो पितंबर, लोही सूं केम धोवायो। तिम हिंसा में धर्म कीयां थी, जीव उजलो किम थायो।।

- आचार्य श्री भिक्षु महाराज

स्वाध्याय

धर्म है उत्कृष्ट मंगल

-आचार्यश्री महाश्रमण

24 February - 02 February 2025

धर्म है उत्कृष्ट मंगल

स्वाध्याय

श्रमण महावीर

-आचार्यश्री महाप्रज्ञ

24 February - 02 February 2025

श्रमण महावीर

स्वाध्याय

संबोधि

-आचार्यश्री महाप्रज्ञ

24 February - 02 February 2025

संबोधि
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