ते धीरा बंधणुम्मुक्का, णावकंखंति जीवियं। जो कामभोगमय जीवन की आकांक्षा नहीं करते वे धीर पुरुष बंधन से मुक्त हो जाते हैं।

- आचार्य श्री भिक्षु महाराज

स्वाध्याय

संबोधि

आचार्य महाप्रज्ञ

15 January - 21 January 2024

संबोधि

स्वाध्याय

श्रमण महावीर

आचार्य महाप्रज्ञ

15 January - 21 January 2024

श्रमण महावीर

विविध

पाणिग्रहण संस्कार

पूर्वांचल-कोलकाता।

15 January - 21 January 2024

पाणिग्रहण संस्कार
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