हे जीव! तू विचार कर देख, हे मूढ़! विषय में आसक्त मत बन। थोड़े सुखों के लिए बहुत सुखों को मत गवां।

- आचार्य श्री भिक्षु महाराज

रचनाएं

महाप्रज्ञ हमारे

साध्वी उज्ज्वलरेखा

21 April - 27 April 2025

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स्वाध्याय

धर्म है उत्कृष्ट मंगल

-आचार्यश्री महाश्रमण

21 April - 27 April 2025

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स्वाध्याय

श्रमण महावीर

-आचार्यश्री महाप्रज्ञ

21 April - 27 April 2025

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स्वाध्याय

संबोधि

-आचार्यश्री महाप्रज्ञ

21 April - 27 April 2025

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