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गुरुवाणी/ केन्द्र
ऋजुता नहीं है तो शुद्धि के आगे है प्रश्नचिह्न : आचार्यश्री महाश्रमण
महावीर धाम, चडोतर। 4 मई, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मूर्च्छा और मोह से दूर रहने की साधना है अध्यात्म : आचार्यश्री महाश्रमण
डीसा। 1 मई, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
लोभ को संतोष से परास्त करने का करें प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
मालवापरा। 3 मई, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आत्मा के कल्याण के लिए मानव जीवन जीने का करें प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
पालनपुर। 6 मई, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
निरंतरता और श्रद्धा के साथ हो साधना का अभ्यास : आचार्यश्री महाश्रमण
कापरा। 26 अप्रैल, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
विशेष प्रज्ञा के धनी थे आचार्यश्री महाप्रज्ञजी : आचार्यश्री महाश्रमण
खोरडा। 24 अप्रैल, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
संत की संतता व सज्जन की सज्जनता बनी रहे : आचार्यश्री महाश्रमण
लाखणी। 25 अप्रैल, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान के प्रयोग से करें बुद्धि का सदुपयोग : आचार्यश्री महाश्रमण
वाव। 21 अप्रैल, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
काम व भोग रूपी विष होते हैं आध्यात्मिकता में बाधक : आचार्यश्री महाश्रमण
रामपुरा। 27 अप्रैल, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आत्मा के शत्रुओं को परास्त करने का करें प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
थराद। 23 अप्रैल , 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
स्वाध्याय, सेवा और तप से आत्मा को बनाएं शुद्ध : आचार्यश्री महाश्रमण
डीसा। 30 अप्रैल, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
प्रशस्त चिन्तन या अचिन्तन की दिशा में बढ़ें आगे : आचार्यश्री महाश्रमण
वाव। 17 अप्रैल, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
स्थूल से सूक्ष्म की यात्रा में श्रुतज्ञान होता है महत्वपूर्ण : आचार्यश्री महाश्रमण
वाव। 18 अप्रैल, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
जीवन जीने की कला है कर्तव्य-अकर्तव्य का विवेक : आचार्यश्री महाश्रमण
वाव। 20 अप्रैल, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
संवर और निर्जरा से प्राप्त होती है शांति : आचार्यश्री महाश्रमण
वाव। 19 अप्रैल, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मानव जीवन का सर्वोत्तम उद्देश्य है पूर्व कर्मों का क्षय : आचार्यश्री महाश्रमण
वाव। 16 अप्रैल , 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
अनेकान्तवाद के सिद्धान्त का हो व्यवहार में उपयोग : आचार्यश्री महाश्रमण
भाभर। 10 अप्रैल, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सत्य बोलने का साहस ना हो तो झूठ भी नहीं बोलें : आचार्यश्री महाश्रमण
माडका। 12 अप्रैल, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
दुर्लभ मनुष्य जीवन का सार निकालने का करें प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
इन्दरवा नवा । 8 अप्रैल , 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अध्यात्म विकास का एक पहलू - आत्मानुशासन : आचार्यश्री महाश्रमण
वाव। 14 अप्रैल, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
नमस्कार महामंत्र में किया गया है पांच प्रकार की विशिष्ट आत्माओं को नमन : आचार्यश्री महाश्रमण
भाभर। 9 अप्रैल, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मानव जीवन का अधिकतम उपयोग हो साधना के लिए : आचार्यश्री महाश्रमण
रोजू। 3 अप्रैल, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
आस्था से कम हो सकती है विचार और आचार की दूरी : आचार्यश्री महाश्रमण
मोडा। 1 अप्रैल , 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
समर्थ शरीर से हो सकती है उत्कृष्ट साधना : आचार्यश्री महाश्रमण
सांतलपुर। 4 अप्रैल, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
संयम, सदाचार और नैतिकता से युक्त हो जीवन : आचार्यश्री महाश्रमण
फतेहगढ़। 7 अप्रैल, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
योजना निर्माण के लिए समय का अवबोध है महत्वपूर्ण : आचार्यश्री महाश्रमण
सेलारी। 29 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
समस्त कच्छ जैन समाज ने युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमणजी को "सवाया कच्छी पूज" अलंकरण से किया विभूषित
रापर। 28 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अनिश्चित आयुष्य होने पर भी निश्चिंतता किस बात की? आचार्यश्री महाश्रमण
रापर। 27 मार्च, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान युक्त आचार से मिल सकती है पूर्णता : आचार्यश्री महाश्रमण
कूड़ा जामपर। 25 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
विक्रम संवत् 2082 के शुभारंभ पर अध्यात्म एवं मैनेजमेंट गुरु ने दी सफलता के लिए समय नियोजन की प्रेरणा
फतेहगढ़। 30 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अभय के प्रयोग से हो सकता है अहिंसा का अनुपालन : आचार्यश्री महाश्रमण
त्रंबो। 26 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
समता से उत्पन्न होने वाली प्रसन्नता है स्थायी : आचार्यश्री महाश्रमण
पडाना। 20 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
बहुश्रुत की उपासना से बदल सकती है जीवन की दशा और दिशा : आचार्यश्री महाश्रमण
गांधीधाम। 18 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मोक्ष की प्राप्ति हो हमारा उत्कृष्ट लक्ष्य : आचार्यश्री महाश्रमण
गांधीधाम। 19 मार्च, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
किए गए कर्मों के फल से बचना है असंभव : आचार्यश्री महाश्रमण
नानी चिराई। 21 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सुकुमारता को छोड़कर करें श्रम और सेवा : आचार्यश्री महाश्रमण
कुंजीसर। 23 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
स्वयं एवं दूसरों को बनायें अहिंसा पथ का पथिक : आचार्यश्री महाश्रमण
गांधीधाम। 24 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
संवर और निर्जरा हैं आध्यात्मिकता के मुख्य तत्त्व : आचार्यश्री महाश्रमण
गांधीधाम। 11 मार्च, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
साठ में से कम से कम दो घड़ी का समय धर्म के लिए करें समर्पित : आचार्यश्री महाश्रमण
गांधीधाम। 12 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अनेक पंथों में एकता का कारण है अहिंसा का सिद्धांत : आचार्यश्री महाश्रमण
गांधीधाम। 16 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आध्यात्मिकता के मार्ग पर हो बुद्धि का सदुपयोग : आचार्यश्री महाश्रमण
गांधीधाम। 15 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सम्यकत्व प्राप्ति के बाद निश्चित है मोक्ष : आचार्यश्री महाश्रमण
गांधीधाम। 14 मार्च, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञानार्जन में हो तर्क पर आज्ञा आराधन में रहें सतर्क : आचार्यश्री महाश्रमण
गांधीधाम। 10 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
संयम और तप से प्रशस्त होता है आत्मानुशासन का मार्ग : आचार्यश्री महाश्रमण
गांधीधाम। 06 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
संस्कार निर्माण में अति महत्वपूर्ण है महिलाओं की भूमिका : आचार्यश्री महाश्रमण
गांधीधाम। 08 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
बढ़ती उम्र के साथ परिग्रह को करें कम : आचार्यश्री महाश्रमण
रोयल पाम। 03 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अनित्यतता का चिंतन करने से क्षीण हो सकता है मोह : आचार्यश्री महाश्रमण
गांधीधाम। 09 मार्च, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
कषाय को प्रतनू करना रहे हमारी साधना का लक्ष्य : आचार्यश्री महाश्रमण
शीणाय। 04 मार्च, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
वैर से नहीं समता और सहिष्णुता से संभव है शांति : आचार्यश्री महाश्रमण
वसही। 02 मार्च, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
भोग से नहीं, त्याग से होती है तृप्ति : आचार्यश्री महाश्रमण
देशलपुर कंठी। 26 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अकाम और शल्य रहित होने का करें प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
सामागोगा। 27 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
व्यवहार में रहे निरहंकारिता और विनयभाव : आचार्यश्री महाश्रमण
गांधीधाम। 05 मार्च, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
कर्तव्य के बोध और सम्यक् निर्वहन से प्राप्त होती है सफलता : आचार्यश्री महाश्रमण
नवजीवन होम्स, पुनाडी। 20 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
संवर और निर्जरा से प्राप्त होती है अखंड शांति : आचार्यश्री महाश्रमण
दहींसरा। 19 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मोहनीय कर्म पर विजय प्राप्त करना है संयम का मूल उद्देश्य : आचार्यश्री महाश्रमण
तलवाना। 24 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
वास्तविक सुख की प्राप्ति के लिए करें आत्मा से युद्ध : आचार्यश्री महाश्रमण
मांडवी। 23 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
भक्ति और विनय से प्राप्त हो सकती है शक्ति : आचार्यश्री महाश्रमण
कोडाय। 21 फरवरी, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
भक्ति और समर्पण हैं आत्मिक विकास के उत्तम सूत्र : आचार्यश्री महाश्रमण
मांडवी। 22 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
संयम और त्याग में प्रवृत्त आत्मा है हमारी मित्र : आचार्यश्री महाश्रमण
भुज। 14 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
श्रामण्य का प्राप्त होना है विशेष उपलब्धि : आचार्यश्री महाश्रमण
भुज। 11 फरवरी, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
भावों की अशुद्धि या विशुद्धि के पीछे होती है कार्मण शरीर की भूमिका : आचार्यश्री महाश्रमण
भुज। 12 फरवरी, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
अनासक्ति से होती है कर्म मुक्ति की साधना : आचार्यश्री महाश्रमण
भुज। 15 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
चिंतामणि रत्न के समान मनुष्य जीवन का ना करें दुरुपयोग : आचार्यश्री महाश्रमण
भुज। 16 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मनुष्य जीवन है मूल पूंजी, धर्म से करें इसकी वृद्धि : आचार्यश्री महाश्रमण
भुज। 08 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
धर्म का प्राथमिक और महत्वपूर्ण साधन है शरीर : आचार्यश्री महाश्रमण
भुज। 05 फरवरी, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान प्राप्ति के लिए आवश्यक है परिश्रम और समर्पण : आचार्यश्री महाश्रमण
भुज। 09 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सत्य से बनाएं जीवन को पवित्र और निष्कलंक : आचार्यश्री महाश्रमण
भुज। 06 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
संबंधातीत चेतना की ओर होती है अणगार धर्म की गति : आचार्यश्री महाश्रमण
भुज। 07 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान के संचय से संभव है आत्मशुद्धि : आचार्यश्री महाश्रमण
महाप्रज्ञनगर। 30 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
वैयावृत्य से हो सकता है तीर्थंकर नाम-गोत्र का बंध : आचार्यश्री महाश्रमण
स्मृतिवन, भुज। 02 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सक्षम शरीर से मिल सकता है साधना और निर्जरा में सहयोग : आचार्यश्री महाश्रमण
माधापर। 28 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
दुर्लभ मानव जीवन में न हो इंद्रियों का दुरुपयोग : आचार्यश्री महाश्रमण
भुज। 01 फरवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मर्यादा पत्र है धर्मसंघ की छत्र छाया रखने वाला : युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण
स्मृतिवन-भुज। 4 फ़रवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अहिंसा, संयम और तप की साधना से सुनिश्चित है कल्याण : आचार्यश्री महाश्रमण
भुज। 31 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आज्ञा, मर्यादा, आचार्य, गण और धर्म के प्रति समर्पण है आवश्यक : आचार्य श्री महाश्रमण
स्मृतिवन-भुज। 3 फ़रवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सक्षम शरीर से मिल सकता है साधना और निर्जरा में सहयोग : आचार्यश्री महाश्रमण
माधापर। 28 जनवरी, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
कषायों की तीव्रता से मिलता है पुनर्जन्म को सिंचन : आचार्यश्री महाश्रमण
वर्धमान नगर। 27 जनवरी, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
कर्मों का खेल तय करता है हमारे जीवन की दिशा : आचार्यश्री महाश्रमण
भचाऊ। 21 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
चित्त को मैत्रीभाव से भावित करना है कल्याणकारी : आचार्यश्री महाश्रमण
चिरई नानी। 22 जनवरी, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
भावों की शुद्धता से जीवन को करें उज्ज्वल : आचार्यश्री महाश्रमण
अंजार। 24 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
समता से होती है हर परिस्थिति अनुकूल : आचार्यश्री महाश्रमण
सामखियाली। 20 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
त्याग और संयम से जीवन बन सकता है सुखमय : आचार्यश्री महाश्रमण
अजापर। 23 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञानपूर्वक आचरण बनाता है जीवन को सार्थक : आचार्यश्री महाश्रमण
सापेडा। 25 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
धर्म स्थान के साथ कर्म स्थान में भी हो धर्म : आचार्यश्री महाश्रमण
जूना कटारिया। 19 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
ईमानदार व्यक्ति का वरण करती है समृद्धि और सुगति : आचार्यश्री महाश्रमण
हरिपर। 17 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मोक्ष का उपाय - साधु की पर्युपासना : आचार्य श्री महाश्रमण
भरतनगर, जूना सादुलका। 15 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आत्मा कल्याण के लिए हो अहिंसा का आचरण : आचार्यश्री महाश्रमण
अर्जुननगर। 16 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
श्रमणधर्म को प्राप्त करने वाला हो जाता है धन्य-धन्य : आचार्यश्री महाश्रमण
शिकारपुर। 18 जनवरी, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
भाग्यशाली व्यक्ति ही कर सकता है अध्यात्म ज्ञान का रसास्वादन : आचार्यश्री महाश्रमण
राजकोट। 08 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
धर्मसंघ में हो ज्ञान, दर्शन, चारित्र और तप में वृद्धि : आचार्य श्री महाश्रमण
राजकोट। 07 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मैत्री और वीतरागता की दिशा में गति कराने वाला है आध्यात्मिक ज्ञान : आचार्यश्री महाश्रमण
छत्तर 11 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अध्यात्म से हो सकती है सर्व दुःख मुक्ति : आचार्यश्री महाश्रमण
मारवाड़ी युनिवर्सिटी, राजकोट। 10 जनवरी, 2025 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
संयम और तप के द्वारा अनुशासन कर बनें आत्म-अनुशासी : आचार्य श्री महाश्रमण
सोखड़ा। 06 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अनुशासन, सेवा और साधना की दृष्टि से धर्मसंघ होता रहे वर्धमान : आचार्य श्री महाश्रमण
राजकोट। 09 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आवेश युक्त गुस्सा है निंदनीय और त्याज्य : आचार्यश्री महाश्रमण
वस्तड़ी। 30 दिसम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
धर्म की साधना है मानव जीवन की सफलता : आचार्य श्री महाश्रमण
लीमड़ी। 28 दिसम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
संतोष को अपनाकर करें इच्छाओं का परिमार्जन : आचार्यश्री महाश्रमण
चोटिला। 03 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
प्रियता और अप्रियता के संवेदन से ऊपर उठने का करें अभ्यास : आचार्यश्री महाश्रमण
सायला। 31 दिसम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
वृद्धावस्था में भी रहे समता और समाधि : आचार्यश्री महाश्रमण
मघरीखाडा। 02 जनवरी, 2025 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
भोग पर रहे योग का अंकुश :आचार्यश्री महाश्रमण
पंछिना गांव, सुरेंद्र नगर। 27 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सम्यक्त्व युक्त चारित्र है सर्वश्रेष्ठ : आचार्यश्री महाश्रमण
बलडाना। 29 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
भगवान पार्श्वनाथ ने किया अनगिनत आत्माओं का कल्याण : आचार्यश्री महाश्रमण
बगोदरा। 25 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
स्वतंत्र अवस्था में किया गया त्याग है सच्चा त्याग : आचार्यश्री महाश्रमण
लीमड़ी। 28 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आत्म युद्ध से पाएं मोहनीय कर्म पर विजय : आचार्यश्री महाश्रमण
अरणेज। 24 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
दुर्जन नहीं, सज्जन बनने का करें प्रयास :आचार्यश्री महाश्रमण
मीठापुर। 26 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
स्वतंत्र अवस्था में किया गया त्याग है सच्चा त्याग : आचार्यश्री महाश्रमण
लीमड़ी। 28 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
निश्चय में वीतरागता और सम्यक्त्व से है कल्याण संभव : आचार्यश्री महाश्रमण
वेजलका। 23 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
बंधन मुक्ति के लिए करें अनासक्ति की साधना : आचार्यश्री महाश्रमण
हाथीपुरा। 16 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
स्व-पर कल्याण में करें शक्ति का उपयोग : आचार्यश्री महाश्रमण
गलियाणा। 22 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सुनकर कल्याण को ग्रहण करने का करें प्रयास :आचार्यश्री महाश्रमण
मानेज। 19 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
परार्थ के लिए पुरुषार्थ करने वाला होता है कार्यकर्त्ता : आचार्यश्री महाश्रमण
बोचासन। 18 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मोक्ष की दिशा में बढ़ने के लिए परमार्थ का जीवन जीएं : आचार्यश्री महाश्रमण
बोरसद। 17 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
चित्त की एकाग्रता, निर्विचारता और योग निरोध को प्राप्त करना है ध्यान का उद्देश्य : आचार्यश्री महाश्रमण
इन्द्राणज। 21 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
साधना से प्राप्त हो सकता है भीतर छिपा सुख : आचार्यश्री महाश्रमण
तारापुर। 20 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
संयम और साधना की यात्रा है अंतर्यात्रा :आचार्यश्री महाश्रमण
पोरगांव। 12 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मन रूपी चित्रपट्ट पर पिक्चर लाने वाला है मोहनीय कर्म : आचार्यश्री महाश्रमण
जाम्बुवा। 13 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
जीवन में कमाऊ पूत की तरह करें धर्म साधना : आचार्यश्री महाश्रमण
वरेड़िया। 09 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
धर्माराधना से अपनी आत्मा को मित्र बनाने का प्रयास करें : आचार्यश्री महाश्रमण
कोयली। 15 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
विद्या, विनय और विवेक हैं सफलता के आधार : आचार्यश्री महाश्रमण
कंदारी। 11 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
विनय और स्थिरता हैं ज्ञान प्राप्ति में साधक : आचार्यश्री महाश्रमण
देथाण। 10 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान के साथ हो विवेक और संयम की चेतना : आचार्यश्री महाश्रमण
वड़ोदरा। 14 दिसम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
भाग्य जैसा भी हो, अच्छा पुरुषार्थ करते रहें : आचार्यश्री महाश्रमण
भाडोल। 02 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अच्छी जीवनशैली अपनाकर मानव जीवन को बनाएं सफल : आचार्यश्री महाश्रमण
हंसोट। 04 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
दया और अनुकंपा संसार रूपी समुद्र को पार करने में है सहायक : आचार्यश्री महाश्रमण
भरूच। 07 दिसम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
तारने या डुबोने वाली नौका बन सकता है शरीर : आचार्यश्री महाश्रमण
सजोद। 05 दिसम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
जीवन में सादगी और चिंतन में रहे उच्चता : आचार्यश्री महाश्रमण
अंकलेश्वर। 06 दिसम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
सन्मार्ग पर चलना है आत्मा के लिए हितकर : आचार्यश्री महाश्रमण
कतारगाम। 27 नवम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
समय के मूल्य को समझ कर करें सम्यक् उपयोग : आचार्यश्री महाश्रमण
अड़ाजन-पाल। 29 नवम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
प्रायश्चित और प्रतिक्रमण हैं शुद्धि के साधन : आचार्यश्री महाश्रमण
जहांगीरपुरा। 30 नवम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
जप-सामायिक को नहीं, विचारों को छोड़ें : आचार्यश्री महाश्रमण
अड़ाजन-पाल। 28 नवम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान के साथ आचरण का भी है महत्त्व : आचार्यश्री महाश्रमण
पर्वत पाटिया। 25 नवम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
इन्द्रियातीत सुख पाने का करें प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
सिटी लाइट, सूरत। 23 नवम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अहिंसा और मैत्री से संभव है आध्यात्मिक विकास : आचार्यश्री महाश्रमण
सिटी लाइट, सूरत। 22 नवम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
इहलोक और परलोक में कल्याणकारी है श्रमण धर्म : आचार्यश्री महाश्रमण
उधना। 18 नवम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मंगल प्राप्ति के लिए श्रेष्ठ प्रयास है धर्म की आराधना : आचार्यश्री महाश्रमण
सिटी लाइट, सूरत। 24 नवम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
बुरे कर्मों से बचकर करें सदाचार का पालन : आचार्यश्री महाश्रमण
उधना। 21 नवम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान के साथ विद्यार्थियों में संयम की चेतना का भी हो विकास : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 11 नवम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
वीतरागता, अहिंसा और जैन दर्शन के विकास की हो बात : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 13 नवम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
साधन की अपेक्षा साध्य का मूल्य है अधिक : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 17 नवम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अहिंसा, संयम और तप का आराधन करने वाले का कल्याण है निश्चित : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 14 नवम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
मैत्री, प्रमोद, करुणा व मध्यस्थ भावना का हो अनुचिंतन : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 16 नवम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
सफलता का पौधा श्रम के जल से सींचने पर ही होता है विकसित : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 06 नवम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सभी प्राणियों को समझें अपनी आत्मा के समान : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 07 नवम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
हंस-हंस कर बांधे कर्म रोने पर भी नहीं छूटते : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 04 नवम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
संयोग और वियोग में बनाए रखें मानसिक संतुलन : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 09 नवम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
समता की साधना और आत्मविकास द्वारा प्राप्त हो सकती है चित्त की प्रसन्नता : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 08 नवम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
देश और विदेश में होता रहे अहिंसा, नैतिकता व संयम का प्रसार : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 03 नवम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
महावीर निर्वाणोत्सव पर उनके प्रतिनिधि ने दिखलाई राग-द्वेष को छिन्न कर आत्मदर्शी बनने की राह : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 01 नवम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अहिंसा और अपरिग्रह की दिशा में कदम बढ़ाकर भयमुक्त बनें : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 29 अक्टूबर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
आत्मा की निर्मलता में रहना है सबसे बड़ा धन : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 30 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सुखद वृद्धावस्था के लिए करें पूर्व तैयारी : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 26 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आसक्ति के बिना अच्छे भाव से किया गया पुरुषार्थ होता है उत्तम : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 24 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मृत्यु से अमरत्व की प्राप्ति की साधना है दीक्षा : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 23 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
पूर्णतया परमार्थ को समर्पित है मोक्ष के इच्छुकों की पारमार्थिक शिक्षण संस्था : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 27 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
राग और द्वेष दो किनारे, पर मध्यस्थ रहने का करें प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 25 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
हिंसा और प्रमाद बनाते हैं व्यक्ति को दुःखी : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 22 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
वीतरागता की दिशा में आगे बढ़ने का माध्यम बन सकता है प्रेक्षाध्यान : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 28 अक्टूबर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
सम्यक् दृष्टि एवं चारित्र का धारक होता है मुनि : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 16 अक्टूबर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
राग को कम कर आत्म कल्याण के पथ पर बढ़ें आगे : आचार्य श्री महाश्रमण
सूरत। 19 अक्टूबर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
आत्मा को राग द्वेष मुक्त कर वीतराग बनने का करें प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 18 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अपरिग्रही और अनासक्त नहीं होते हैं प्रवृत्ति में लिप्त : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 14 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान और क्रिया के योग से ही संभव है मोक्ष : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 08 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
बंधन में रहते हुए भी मुक्त व्यक्ति होते हैं कुशल : आचार्य श्री महाश्रमण
सूरत। 15 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
चिंतन की धारा बदलने से संभव है दुःख मुक्ति : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 11 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मोक्ष के लिए पुण्य कर्मों का त्याग भी है आवश्यक : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 12 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
तामसिक गुणों को छोड़ सद्गुणों को ग्रहण करने का हो प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 13 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
माया और आसक्ति को जीत लेता है वीर पुरुष : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 09 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
चिंतनशील और अपरिग्रही साधु होता है मोक्ष मार्ग की ओर अग्रसर : आचार्य श्री महाश्रमण
सूरत। 10 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सम्यक् ज्ञान के साथ सम्यक् आचरण भी है आवश्यक : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 07 अक्टूबर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
कार्य, व्यवहार, भाषा और विचार में रहे अहिंसा का प्रभाव : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 02 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
भोजन का विचारों और स्वास्थ्य पर पड़ता है गहरा प्रभाव : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 05 अक्टूबर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
अहिंसा, सत्य और संयम से जीवन में होता है मंगल : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 01 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान और संयम से कार्मण शरीर को ध्वस्त करने का करें प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 04 अक्टूबर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सत्संगत से प्राप्त हो सकती है अच्छी खुराक : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 28 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
बंधन से मुक्त कराने वाला वीर होता है प्रशंसनीय : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 24 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अध्यात्म की साधना में अहंकार और ममकार होता है त्याज्य : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 30 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सम्यक् दर्शन, ज्ञान और चारित्र है परम सुख का मार्ग : आचार्य श्री महाश्रमण
सूरत। 25 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अध्यात्म साधना के लिए छोड़ें परिग्रह की चेतना : आचार्य श्री महाश्रमण
सूरत। 29 सितम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
गृहस्थ जीवन की गाड़ी पर रहे धर्म और मोक्ष का अंकुश : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 27 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सेवा में शुद्धता के लिए साथ न जोड़ें कामना : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 21 सितम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
इच्छा को कम, लोभ का क्षय तथा संतोष धारण करने का हो प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 22 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आत्मा के उर्ध्वारोहण के लिए करें तप-संयम की साधना : आचार्य श्री महाश्रमण
सूरत। 17 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
पदार्थों में न हो मोह, आसक्ति अथवा राग-द्वेष : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 19 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मानव जीवन पाकर धर्म को ना करें इग्नोर : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 23 सितम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
कुशलता के लिए प्रमाद से बचने का हो प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 15 सितम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
वित्त के साथ वृत्त की भी करें सुरक्षा : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 14 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
पदार्थों के आसेवन में न हो आसक्ति का भाव : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 10 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
इन्द्र की तरह शोभायमान होते हैं आचार्य : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 16 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
कर्म निर्जरा कर मोक्ष की ओर आगे बढ़ना है जीवन का लक्ष्य : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 13 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
स्वाध्याय के द्वारा करें अपने ज्ञान को बढ़ाने का प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 02 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सम्यक्त्व का मूल तत्व है यथार्थ पर श्रद्धा : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 04 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
भगवती संवत्सरी का दिन है विशेष धर्माराधना का दिन : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 08 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
पुरूष सिंह, पुरूषोत्तम, पुरूषवर पुंडरीक थे भगवान महावीर : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 07 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अनुकूल-प्रतिकूल परीषहों में समता रखना है श्रेयस्कर : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 05 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अंतर्राष्ट्रीय मैत्री दिवस के आयोजन से पूरे विश्व में बने मैत्री का माहौल : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 09 सितम्बर, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
शरीर स्वस्थ, चित्त प्रसन्न और मनोबल रहे मजबूत : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 31 अगस्त, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
प्रमाद के कारण अनेक योनियों में जाती है आत्मा : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 27 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
लोकोत्तम महावीर के सक्षम प्रतिनिधि महातपस्वी महाश्रमण की सन्निधि में पर्युषण पर्वाराधना महाशिविर का हुआ शुभारंभ
सूरत। 01 सितम्बर, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
भिक्षु सिद्धांतों के व्याख्याकार थे जयाचार्य : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 30 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सुख-दु:ख की परिस्थितियों में रखें समता भाव : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 26 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आत्मा में रमण करना साधु के लिए है श्रेयस्कर : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 22 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सुरक्षित आत्मा भव भ्रमण से हो जाती है मुक्त : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 19 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
साधुपन गंवाना है इन्द्र का इन्द्रत्व समाप्त होने के समान : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 20 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आचार्य श्री तुलसी का उपहार- बच्चों के लिए वरदान : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 25 अगस्त, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
अनासक्ति, अपरिग्रह और अमूर्च्छा भाव से मिल सकती है सिद्धि : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 21 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अभातेयुप धार्मिक दृष्टि से तेरापंथ समाज की सेना के रूप में उभरती रहे : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 23 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अरति की निवृत्ति करने वाला हो सकता है मेधावी : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 18 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
धुआं बनकर लंबा जीवन जीना महत्वपूर्ण नहीं : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 13 अगस्त, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
गुण और मूल स्थान के संदर्भ में लोभ को कम करने का करें प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 12 अगस्त, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
आत्म कल्याण के लिए निवृत्ति की दिशा में आगे बढ़ें : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 14 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
वीतराग पथ ही हमें त्राण और शरण दे सकता है : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 15 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
भौतिकता में रहते हुए आध्यात्मिकता में जीने का प्रयास करें : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 5 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
एनआरआई समिट सम्पोषण, शांति और समाधि देने वाला सिद्ध हो : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 10 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
त्रस जीवों की हिंसा से बचने का हो प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 8 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान अर्जित करने का उत्तम माध्यम है श्रोत्र और चक्षु : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 07 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
वनस्पति के प्रति भी रखें समता और अनासक्ति का भाव : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 6 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अच्छा जीवन जीने के लिए ज्ञान और आचार का होना जरूरी : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 11 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अध्यात्म साधना में अवांछनीय पुण्य की कामना नहीं होनी चाहिए : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 09 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अहिंसा की साधना के लिए जानें जीव और अजीव को : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 2 अगस्त, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
शक्ति होने पर भी वार नहीं करना महावीरता है : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 01 अगस्त, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
हिंसा नरक का द्वार, श्रवण से ज्ञान प्राप्त कर बनें अहिंसक : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 31 जुलाई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
स्वयं अभय रहते हुए दूसरों को अभयदान देने का प्रयास करें : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 4 अगस्त, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
प्रतिभा, पुरुषार्थ और अध्यवसाय से करें श्रुत की आराधना : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 23 जुलाई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
शस्त्र का प्रत्याख्यान और शास्त्र का करें स्वाध्याय : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 27 जुलाई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
पूर्व कृत पुण्य के योग से प्राप्त है अनुकूलता का संसार : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 25 जुलाई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
इन्द्रियों की दृष्टि से सबसे अविकसित प्राणी होते हैं एकेन्द्रिय जीव : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 24 जुलाई, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
भगवती सूत्र के स्वाध्याय से प्राप्त हो सकती है श्रुत की संपदा : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 26 जुलाई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सर्वश्रेष्ठ मानव जीवन का उपयोग अधमता में न हो : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 17 जुलाई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
यह चातुर्मास ज्ञान, दर्शन, चारित्र, तप को आगे बढ़ाने वाला हो : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 20 जुलाई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मोक्ष प्राप्ति के लिए आवश्यक है सर्व ज्ञान प्रकाशन : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 16 जुलाई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
श्रमण धर्म से संभव है इहलोकहित, परलोकहित एवं सुगति की प्राप्ति: आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 18 जुलाई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
तेरापंथ के अध्ययन हेतु जानें इतिहास, दर्शन और मर्यादा-व्यवस्था : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 21 जुलाई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अनंत काल की यात्रा में साधु बनना है बड़े भाग्य की बात : आचार्यश्री महाश्रमण
सूरत। 19 जुलाई 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
साधु रहे शांति, क्षांति और समता की मूर्ति : आचार्यश्री महाश्रमण
लिंबायत। 13 जुलाई, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
अनित्यता की अनुप्रेक्षा से करें मोह-मूर्च्छा पर प्रहार : आचार्यश्री महाश्रमण
बाजीपुरा 9 जुलाई 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
करने में विवेक और होने में हो समता : आचार्यश्री महाश्रमण
सिटीलाईट, सूरत। 14 जुलाई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सहयोग की भावना ही समाज, संघ या देश का है आधार : आचार्यश्री महाश्रमण
चलथान कड़ोदरा। 12 जुलाई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
धर्म और अध्यात्म ही है शरण और त्राण देने वाला : आचार्यश्री महाश्रमण
जलसा फार्महाउस, बारडोली। 10 जुलाई, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
दो-दो महापुरुषों का हाथ मेरे हाथ पर ही नहीं, सिर पर भी था : आचार्यश्री महाश्रमण
पानबारा। 3 जुलाई 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
सामुदायिक जीवन में भी करें एकत्व का अनुभव : आचार्यश्री महाश्रमण
मैदाणे। 2 जुलाई 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मन, वचन, काया व इन्द्रियों पर अनुशासन से साधें आत्मानुशासन : आचार्यश्री महाश्रमण
आनंदपुर। 6 जुलाई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मलिनता को आलोचन और प्रायश्चित से करें दूर : आचार्यश्री महाश्रमण
विसरवाड़ी। 4 जुलाई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
शाश्वत आत्मा के कल्याण के लिए करें धर्म की साधना : आचार्यश्री महाश्रमण
सामोडे। 01 जुलाई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
जीवन की बहुत बड़ी सम्पदा है अच्छे संस्कार, विचार और आचार : आचार्यश्री महाश्रमण
दोसवाड़ा। 7 जुलाई, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
कल्याणी वाणी सुनने से दूर हो सकती है विषयों के प्रति आसक्ति : आचार्यश्री महाश्रमण
आनन्द खेड़े। 27 जून, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
पारस्परिक सम्बन्ध और प्रीती को तोड़ने वाला है गुस्सा : आचार्यश्री महाश्रमण
शेवाळी। 29 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
गुरुदेव श्री तुलसी के जीवन से प्राप्त करें आध्यात्मिक विकास की प्रेरणा : आचार्यश्री महाश्रमण
जानवे। 24 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
योगी और अभोगी आदमी संसार व जन्म-मरण की परम्परा से हो जाता है विप्रमुक्त : आचार्यश्री महाश्रमण
धुलिया। 26 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मैत्री, प्रमोद, कारुण्य और माध्यस्थ भाव है उत्थान का मार्ग : आचार्यश्री महाश्रमण
साक्री, 30 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
साधु की योग साधना चेतना को निखारने वाली बने : आचार्यश्री महाश्रमण
धरणगांव। 21 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
त्यागी-साधनाशील साधु की वाणी सुनने से मिल सकता है पथ दर्शन : आचार्यश्री महाश्रमण
जलगांव। 18 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अहिंसा, संयम और तप की त्रिवेणी में स्नान करने वाला पा सकता है मोक्ष : आचार्यश्री महाश्रमण
जलगांव। 17 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान को आचरण में लाने के लिए चाहिए भक्ति का पुल : आचार्यश्री महाश्रमण
टाकरखेड़े। 22 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सज्जन लोग नहीं भूलते दूसरों के उपकार : आचार्यश्री महाश्रमण
पिम्परी खुर्द। 20 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
चित्त समाधि के लिए दूसरों पर अवलम्बित न रहें : आचार्यश्री महाश्रमण
पालधी। 19 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
शाश्वत और पवित्र सुख पाने के लिए करें आत्म युद्ध : आचार्यश्री महाश्रमण
अमलनेर। 23 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
नश्वर मनुष्य जीवन में करें आत्मशोधन का प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
नशिराबाद। 16 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
विषयों से विमुखता और श्रुताराधना से रहे सम्मुखता : आचार्यश्री महाश्रमण
शहापुर। 11 जून, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
भावों में शुद्धता, आचरणों में अच्छापन और विचारों में विराटता रखने का हो प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
गारखेड़े। 13 जून, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
सद्प्रवृत्ति से आत्मा को मित्र बनाने का करें प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
कुर्हे। 14 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
गार्हस्थ्य में रहते हुए भी करें अमोह की साधना का विकास : आचार्यश्री महाश्रमण
भुसावल। 15 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
संयम रखने पर पाप रूपी श्रृगाल नहीं कर पाएगा आक्रमण : आचार्यश्री महाश्रमण
फत्तेपुर। 10 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान के साथ संस्कार जुड़ने से प्राप्त हो सकती है परिपूर्णता : आचार्यश्री महाश्रमण
हिवरा आश्रम, बुलढ़ाणा। 02 जून, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
पुण्य भौतिक तो क्षयोपशम होता है आध्यात्मिक भाग्य : आचार्यश्री महाश्रमण
जालना। 20 मई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
वक्ता की साधना और अनुभव युक्त वाणी बन सकती है कल्याणी: आचार्यश्री महाश्रमण
लोणार। 30 मई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
समस्त प्राणियों के प्रति रखें अभय का भाव : आचार्यश्री महाश्रमण
देउलगांव मही। 26 मई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
कषायों को क्षीण कर बनें जन्म-मरण की परम्परा से मुक्त : आचार्यश्री महाश्रमण
ढोरवी। 27 मई, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
मन रूपी दुष्ट अश्व पर लगाएं श्रुत ज्ञान की लगाम : आचार्यश्री महाश्रमण
बिबी। 28 मई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
पापों से बचने से दुःख का मूल भी हो सकता है उन्मूलित : आचार्यश्री महाश्रमण
देउलगांव राजा। 24 मई, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
आर्ष वाणी के स्वाध्याय और अनुप्रेक्षा से प्राप्त हो सकता है पथ दर्शन: आचार्यश्री महाश्रमण
सुल्तानपुर। 31 मई, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान का खजाना भरने का होता रहे प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
ठाकरखेड़ भागिले। 25 मई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
श्रद्धा होने के बाद संयम में पराक्रम है विशिष्टतम बात : आचार्यश्री महाश्रमण
जालना। 22 मई, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
त्रिविध धर्म साधना से भरते जाएं आत्मा का कलश :आचार्यश्री महाश्रमण
जालना। 16 मई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
भाग्यशाली ही कर सकता है संयम का जीवन भर निर्वाह : आचार्यश्री महाश्रमण
गढ़ेजल गांव। 13 मई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
वैशाख शुक्ला दशमी का दिन है सर्वज्ञता प्राप्ति का दिन : आचार्यश्री महाश्रमण
जालना। 18 मई, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
दुर्लभ मानव जीवन में धर्म को नहीं छोड़ें : आचार्यश्री महाश्रमण
वरुलकाजी चिकलथान। 12 मई, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
अनित्य जीवन से नित्य सिद्धत्व की प्राप्ति का करें प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
छत्रपति संभाजीनगर। 9 मई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
निर्मलता को प्रदान करने वाला तत्त्व है तपस्या : आचार्यश्री महाश्रमण
छत्रपति संभाजीनगर। 8 मई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
शुद्ध, ज्योतिर्मय, निरामय रूप को पाने का करें प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
छत्रपति संभाजीनगर। 11 मई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
लगातार 40 घंटे के रक्तदान शिविर को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड एवं एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में स्थान
छत्रपति संभाजीनगर/इंदौर। -
गुरुवाणी/ केन्द्र
इक्षुरस जैसी मिठास सब के जीवन में रहे : आचार्यश्री महाश्रमण
छत्रपति संभाजीनगर। 10 मई, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
सत्य की साधना से प्राप्त हो सकता है परम शांति का तत्त्व : आचार्यश्री महाश्रमण
छत्रपति संभाजीनगर। 7 मई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आचार्यश्री तुलसी ने दिया था 'महाप्रज्ञ' का सार्थक अलंकरण : आचार्यश्री महाश्रमण
आडूल। 4 मई, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
सक्षमता में भी क्षमा धारण कर लेना है बड़ी बात : आचार्यश्री महाश्रमण
मुर्मा। 2 मई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
चैतन्य की निर्मलता के लिए करें धर्म साधना : आचार्यश्री महाश्रमण
महाकाला। 1 मई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
विनय से करें अहंकार के नाश का प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
चित्तेपिंपल गांव। 5 मई, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
कषाय मुक्ति से आत्म उत्थान की दिशा में बढ़ें आगे : आचार्यश्री महाश्रमण
बागपिंपल गांव। 30 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सहना चाहिए, मौके पर कहना चाहिए और शांति से रहना चाहिए : आचार्यश्री महाश्रमण
शिवाजीनगर गढ़ी। 29 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
योग साधना से प्राप्त हो सकता है परम सुख का स्थान : आचार्यश्री महाश्रमण
बीड़। 26 अप्रैल, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
अलोभ से लोभ को प्रहत करने का करें प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
पेड़गांव। 28 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
दूसरों की पीड़ा में नहीं आत्मोत्थान में बनें सहायक: आचार्यश्री महाश्रमण
पीठी। 25 अप्रैल, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
अनुकूलता व प्रतिकूलता में सम रहने वाले महावीर को नमस्कार : आचार्यश्री महाश्रमण
थेरला। 24 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
समर्पण में शर्त नहीं और भक्ति में अहंकार नहीं : आचार्यश्री महाश्रमण
साकत। 22 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
दुनिया में रहते हुए करें अनासक्त रहने का प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
सरोला बड्डी। 15 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
संत भीखणजी के जीवन से लें साहस और मनोबल की प्रेरणा : आचार्यश्री महाश्रमण
धानोरा। 17 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अपने-अपने कर्त्तव्य के प्रति रहें सजग : आचार्य श्री महाश्रमण
चिंचपुर। 20 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अध्यात्म की साधना जो भी करेगा वो तरेगा : आचार्यश्री महाश्रमण
आष्टी। 19 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
बच्चे बनें श्रुत और शील संपन्न : आचार्यश्री महाश्रमण
चिंचोड़ी पाटिल। 16 अप्रैल, 2014 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
महावीर जयंती से अध्यात्म, अहिंसा, संयम व तप की लें प्रेरणा : आचार्यश्री महाश्रमण
जामखेड़। 21 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान और आचार संपन्न पीढ़ी का हो निर्माण : आचार्य श्री महाश्रमण
सरदवाड़ी। 08 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मोक्ष के लिए आवश्यक है अहंकार के हाथी से नीचे उतरना : आचार्यश्री महाश्रमण
नारायण गांवहाण। 10 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
परोपकार के लिए त्याग दें निज का स्वार्थ : आचार्यश्री महाश्रमण
केडगांव। 13 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अनेक चित्ताें वाले मनुष्य की भावधारा रहे शुभ : आचार्यश्री महाश्रमण
कमरगांव। 12 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
तप, आर्जव और संयम से सिद्धि प्राप्ति की करें कामना: आचार्यश्री महाश्रमण
सूपा जीआईडीसी। 11 अप्रैल, 2014 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
शुभ परिणाम, विशुद्ध लेश्या हमारे भीतर में रहे : आचार्यश्री महाश्रमण
शिरूर। 9 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अहिंसा, संयम और तप की त्रिवेणी में होते रहें निष्णात : आचार्यश्री महाश्रमण
अहमदनगर। 14 अप्रैल, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
विशुद्ध व्यवहार से आत्म निर्मलता की दिशा में बढ़ें आगे : आचार्यश्री महाश्रमण
शिक्रापुर। 6 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
क्रोध या भय से भी ना हो हिंसाकारी झूठ का प्रयोग : आचार्यश्री महाश्रमण
कोरेगांव भीमा। 5 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मानव जीवन है दुर्लभ और महत्वपूर्ण : आचार्य श्री महाश्रमण
कल्याणी नगर। 3 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
वीतरागता युक्त एकाग्रता होती है महत्त्वपूर्ण : आचार्यश्री महाश्रमण
रांजनगांव। 7 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
शरीर रूपी नौका में हो निश्छिद्र संयम और तप की साधना : आचार्यश्री महाश्रमण
वाघोली। 4 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान में करें तर्क और आज्ञा में रहें सतर्क : आचार्य श्री महाश्रमण
पुणे। 01 अप्रैल, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मन की निर्मलता को बढ़ाने का आयास करें : आचार्य श्री महाश्रमण
खड़की। 28 मार्च, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
भिन्नता होते हुए भी बनी रहे अभिन्नता : आचार्यश्री महाश्रमण
पिंपरी चिंचवड़। 26 मार्च, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
दुर्लभ मानव जीवन को उत्तम तरीके से जीएं : आचार्यश्री महाश्रमण
पुणे। 29 मार्च, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
उपयोगी, हितकर और मार्गदर्शक बात को सुनना चाहिए : आचार्यश्री महाश्रमण
पुणे। 30 मार्च, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
जीवन में हो विशेषताओं को विकसित करने का प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
पिंपरी चिंचवड़। 24 मार्च, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मैत्री भाव से नष्ट करें दूसरे के मन का वैमनस्य : आचार्यश्री महाश्रमण
ताथावड़े। 22 मार्च, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
जीवनरूपी महल में हो ज्ञान का प्रकाश और संस्कारों की सौरभ : आचार्य श्री महाश्रमण
ताम्हिनी। 18 मार्च, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
सुखी बनने के लिए सुकुमारता, कामना, द्वेष और राग को छोड़ें : आचार्यश्री महाश्रमण
पिंपरी चिंचवड़। 23 मार्च, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सम्यक्त्व के समान नहीं कोई मित्र या बन्धु : आचार्यश्री महाश्रमण
गोनावाड़ी। 19 मार्च, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
प्रतिस्रोत है संसार से उत्तरण का साधन : आचार्य श्री महाश्रमण
माणगांव। १३ मार्च, २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आचार, संस्कार, व्यवहार और विचार में पुष्ट रहे अिहंसा : आचार्यश्री महाश्रमण
तामिनी घाट। १६ मार्च, २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
समस्याओं की अवांछनीय वर्षा से सुरक्षा कर सकता है अणुव्रत का छत्र : आचार्यश्री महाश्रमण
लोणेर। १२ मार्च, २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मोक्ष मार्ग में पाथेय के समान है सत्य वचन : आचार्यश्री महाश्रमण
गरूड़माची रिसोर्ट। १७ मार्च, २०२४ -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
सत्संगत है मोक्ष तक पहुंचाने में निमित्त : आचार्यश्री महाश्रमण
सांसवाड़ी। १५ मार्च, २०२४ -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
ईमानदारी को आदरास्पद और आचारणात्मक स्थान दें : आचार्य श्री महाश्रमण
लोणेर। ७ मार्च २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
परम शांति के लिए अध्यात्म के अलावा और कोई मार्ग नहीं : आचार्य श्री महाश्रमण
वहूर। ८ मार्च, २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
एकमात्र अध्यात्म दे सकता है त्राण व शरण : आचार्यश्री महाश्रमण
महाड़। १० मार्च, २०२४ -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
अहंकार की भावना साधक की साधना को कर सकती है मंद : आचार्य श्री महाश्रमण
पोटनेर। ५ मार्च, २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आत्मानुशासन की प्रेरणा देता है अणुव्रत: आचार्यश्री महाश्रमण
माणगांव। ६ मार्च, २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
संसार में रहते हुए भी अनासक्ति की करें साधना : आचार्यश्री महाश्रमण
गड़ब, १ मार्च २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अति लाभ होने पर भी इच्छाओं को रखें अल्प : आचार्यश्री महाश्रमण
तारा, पनवेल। २८ फरवरी २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आत्मा की शुद्धि के लिए सम्यक पुरुषार्थ करें : आचार्यश्री महाश्रमण
खांब गांव, ४ मार्च, २०२४ -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
विशेषताओं का पलड़ा भारी और कमियों का पलड़ा हल्का बने : आचार्यश्री महाश्रमण
पेण, रायगड। २९ फरवरी २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
धर्म का संचय कर भरें अध्यात्म का कलश : आचार्यश्री महाश्रमण
शिवकर, न्यू पनवेल। २७ फरवरी २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
त्याग और संयम से प्रस्फुटित हो सकता है आनंद : आचार्यश्री महाश्रमण
नागोठाणे, ३ मार्च, २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
कर्त्तव्य और अकर्त्तव्य के प्रति हों जागरुक : आचार्यश्री महाश्रमण
वाशी, मुंबई। २० फरवरी, २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
तेरापंथ की समग्र विद्या के शिक्षण-प्रशिक्षण का केंद्र है तेरापंथ विश्व भारती : आचार्य श्री महाश्रमण
पनवेल, मुंबई, २६ फरवरी, २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आत्म युद्ध से भीतर के कषायों को करें परास्त : आचार्यश्री महाश्रमण
खारघर, मुम्बई। २३ फरवरी, २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
परम जय को पाने की दिशा में आगे बढ़ें : आचार्यश्री महाश्रमण
कामोठे, मुंबई। २४ फरवरी, २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
शक्ति का विवेक के साथ हो सदुपयोग : आचार्यश्री महाश्रमण
वाशी, मुंबई। २१ फरवरी, २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
साधना के द्वारा आत्मा को भावित करने का प्रयास करें : आचार्यश्री महाश्रमण
पनवेल, मुंबई, २५ फरवरी, २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अखंड, प्रचंड और मजबूत हो आराध्य के प्रति भक्ति : आचार्यश्री महाश्रमण
सी. बी. डी. बेलापुर। २२ फरवरी, २०२४ -
गुरुवाणी/ केन्द्र
श्रवण शक्ति का समुचित उपयोग कर करें श्रेय का समाचरण: आचार्यश्री महाश्रमण
वाशी, 18 फरवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
मर्यादा की रक्षा करने से हो सकती है स्वयं की भी रक्षा : आचार्यश्री महाश्रमण
वाशी, 11 फरवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
संस्कार युक्त शिक्षा है परिपक्व विकास में सहायक : आचार्यश्री महाश्रमण
वाशी, 19 फरवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
चंड और घमंड प्रकृतियाँ मोक्ष में हैं बाधक : आचार्यश्री महाश्रमण
सानपाड़ा, 10 फरवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
कल्पवृक्ष, चिंतामणि रत्न और गजराज के तुल्य महत्त्वपूर्ण है मानव जीवन : आचार्यश्री महाश्रमण
जसाई, 8 फरवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सफलता के पौधे को मिलता रहे परिश्रम के जल का सिंचन : आचार्यश्री महाश्रमण
वाशी, नवी मुंबई, 15 फरवरी, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
साधना के लिए आवश्यक है संघ का आश्रय : आचार्यश्री महाश्रमण
वाशी, नवी मुंबई। 14 फरवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान प्राप्त हो जाने पर भी उसका घमंड न करो: आचार्यश्री महाश्रमण
सी वुड, 9 फरवरी, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
धन, ज्ञान और शक्ति के साथ हो चरित्र का बल : आचार्यश्री महाश्रमण
नेरुल, नवी मुंबई, 2 फरवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
वीतरागता के लिए आवश्यक है अज्ञान और मोह का विवर्जन: आचार्यश्री महाश्रमण
कोपरखैरना, मुंबई, 31 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
दुर्लभ मनुष्य जीवन को पाकर प्रमाद न करें : आचार्यश्री महाश्रमण
नेरुल, 3 फरवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अध्यात्म साधना का महत्त्वपूर्ण सूत्र है इंद्रिय संयम : आचार्यश्री महाश्रमण
कोपरखैरना, मुंबई, 1 फरवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञान प्राप्त कर श्रेयस्कर पथ को चुनें: आचार्यश्री महाश्रमण
ऐरोली, नवी मुंबई, 30 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
शरीर रूपी नौका से भवसागर तरने के लिए करें धर्म साधना : आचार्यश्री महाश्रमण
उलवे, 4 फरवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अध्यात्म की भूमिका में अहिंसा शुद्ध धर्म है : आचार्यश्री महाश्रमण
बदलापुर, 24 जनवरी, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
संख्या, गुणवत्ता और ज्ञान का विकास होता रहे : आचार्यश्री महाश्रमण
डोंबीवली, 26 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
शांति, क्षमा, सेवा और अनासक्ति में वर्धमान बनें : आचार्यश्री महाश्रमण
28 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है ज्ञान : आचार्यश्री महाश्रमण
अम्बरनाथ, 25 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सम्यक्त्व प्राप्ति के लिए नव तत्त्वों को करें आत्मसात : आचार्यश्री महाश्रमण
ठाणा, 19 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
चेतना रूपी पात्र में होता रहे धर्म का संचय : आचार्यश्री महाश्रमण
ठाणा, 20 जनवरी, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
धर्म साधना से बढ़ें परम सुख के पथ पर : आचार्यश्री महाश्रमण
उल्हासनगर, 23 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सत्यान्वेषण और मैत्रीपूर्ण व्यवहार हो जीवन में : आचार्यश्री महाश्रमण
सरवली-कल्याण, 22 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
पाँच महाव्रत बहुत बड़ी संपदा और बहुत बड़ा त्याग है : आर्चाश्री महाश्रमण
ठाणा, 17 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
शिक्षण संस्थान शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार भी देने का प्रयास करें : आचार्यश्री महाश्रमण
ठाणा, 18 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
सत्संगत से उत्थान और कल्याण की दिशा होती है प्रशस्त : आचार्यश्री महाश्रमण
मुलुंड, 15 जनवरी, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
परम सुख की प्राप्ति के लिए स्वीकारें धर्म की शरण : आचार्यश्री महाश्रमण
कांजुरमार्ग, 10 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अहिंसा को सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक है समता : आचार्यश्री महाश्रमण
ठाणा, 16 जनवरी, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
मन, वाणी, शरीर और इंद्रियों का संयम करने से सध सकता है आत्मानुशासन : आचार्यश्री महाश्रमण
घाटकोपर, 6 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अध्यात्म के द्वारा विकारों को कम करने का हो प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
घाटकोपर, 3 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
नित्य और अनित्य दुनिया में अप्रमत्त रहने का हो प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
विक्रोली, 9 जनवरी, 2024 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
पूर्व कर्मों की निर्जरा कर पाएँ जीवन का सबसे बड़ा लाभ : आचार्यश्री महाश्रमण
घाटकोपर, 4 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
अहिंसा, संयम और तप है अध्यात्म साधना के अंग: आचार्यश्री महाश्रमण
विक्रोली, 8 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
उपशम से क्रोध को जीतने का प्रयास करें: आचार्यश्री महाश्रमण
चेम्बूर, 30 दिसंबर, 2023 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आशा की अंतिम किरण तक हो सफलता के लिए पुरुषार्थ: आचार्यश्री महाश्रमण
चेम्बूर, 1 जनवरी, 2024 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
आत्मा के लिए अहितकर है भौतिकता की कामना : आचार्यश्री महाश्रमण
चेम्बूर, 28 दिसंबर, 2023 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
राग, द्वेष और स्नेह की तीव्रता हो कम : आचार्यश्री महाश्रमण
चेम्बूर, 31 दिसंबर, 2023 -
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गुरुवाणी/ केन्द्र
न्याय से उपार्जित धन होता है निर्मल : आचार्यश्री महाश्रमण
कालबादेवी, 20 दिसंबर, 2023 -
गुरुवाणी/ केन्द्र
कषाय, लोभ एवं अहंकार से हो युद्ध : आचार्यश्री महाश्रमण
कुर्ला वेस्ट, 24 दिसंबर, 2023