समय का सदुपयोग करना जरूरी: आचार्यश्री महाश्रमण

गुरुवाणी/ केन्द्र

समय का सदुपयोग करना जरूरी: आचार्यश्री महाश्रमण

शाहीबाग, अहमदाबाद, 22 मार्च, 2023
वि0सं0 2080, हिंदी नववर्ष चैत्र शुक्ला एकम्। जैन श्वेतांबर तेरापंथ धर्मसंघ के एकादशम् अधिशास्ता आचार्यश्री महाश्रमण जी की पावन सन्निधि में तेरापंथ युवक परिषद् अहमदाबाद द्वारा युवा सम्मेलन विजन-2025 युवा 360 (संरचना शिखर) का आयोजन हुआ। इस अवसर पर गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजयभाई रूपाणी की उपस्थिति रही। ऊर्जा के ब्रह्मकमल आचार्यप्रवर ने मंगल प्रेरणा पाथेय प्रदान करते हुए फरमाया कि आज वि0सं0 2080 का प्रारंभ हुआ है, 2079 को मानो विदाई हो चुकी है। नया वर्ष वर्तमान हो गया है। यह दुनिया की व्यवस्थाएँ हैं, कि जो भविष्य होता है, वह वर्तमान बन जाता है और वर्तमान अतीत बन जाता है।
समय का क्रम हैµवर्तना। समय तो बीतता है, उस समय का आदमी उपयोग क्या करता है, यह खास बात होती है। समय का सदुपयोग, दुरुपयोग और अनुपयोग हो सकता है। हम समय का सदुपयोग करने का प्रयास करें। यह विजन-2025 भी समय की ही बात है। ये सब क्षेत्र और काल की व्यवस्था है। हर घटना में समय और क्षेत्र दोनों जुड़े हुए होते हैं।
अहमदाबाद में 2025 भी एक महत्त्वपूर्ण अवसर माना जा सकता है। तेयुप, अहमदाबाद है, युवा अवस्था का अच्छा उपयोग हो सकता है। मैत्री, सहयोग का आध्यात्मिक सेवा में उपयोग हो। मुमुक्षु निर्माण का कार्य हो। नव संवत्सर के उपलक्ष्य में पूज्यप्रवर ने विशेष कृपा करते हुए वृहद् मंगलपाठ का श्रवण करवाया। आज रूपाणीजी का भी समागमन हुआ है। राजनीति भी एक सेवा का क्षेत्र है। राजनीति में आने वाले लोग अपने सिद्धांतों पर चलें। राजनीति में भी धर्म के मूल्य बने रहें। अहिंसा, नैतिकता और संयम धर्म के तत्त्व हैं। इनसे राजनीति अच्छी रह सकती है। राजनीति में पवित्रता हो। सत्ता सेवा के लिए मिली है। जितना समय मिले कुछ धर्म के लिए लगाएँ। जीवन सात्त्विक और अध्यात्म से परिपूर्ण रहे। गुजरात में भी खूब अच्छा रहे।
साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी ने कहा कि भारत के युवा पूरे विश्व में छाए हुए हैं। भारत के युवाओं के आई क्यू का विदेशी लोहा मानते हैं। युवा शक्तिशाली और कार्यदक्ष होता है। युवाओं को अपने जीवन का विजन बनाना है। आपका विजन हो स्पअम ज्मतंचंदजीण् हमारे युवक श्रद्धा संपन्न बनें। आपको उन युवकों तक पहुँचना है, जो अभी तक यहाँ नहीं पहुँचे हैं। हमेशा संघ व संघपति से जुड़े रहना है। युवक संस्कारसंपन्न बनें। शिक्षण संपन्न बनें। जैन दर्शन व तेरापंथ दर्शन को समझने का प्रयास करें।
साध्वीवर्या सम्बुद्धयशा जी ने कहा कि हमारा जीवन हमारे हाथ में है, इसलिए यह तय करें कि हमें कैसे जीना है। युवक सेवा कर, संस्कारित एवं एकजुट हो कार्य कर सकते हैं। युवक अपनी क्षमता का सम्यक् उपयोग कर सकते हैं। युवा श्रद्धाशील और प्रयोगधर्मा हो ताकि वह शांति का जीवन जी सके एवं समाज में उन्नति ला सके। पूर्व मुख्यमंत्री गुजरात राज्य सरकार विजयभाई रूपाणी ने कहा कि मैं तेयुप का आभार मानता हूँ कि नववर्ष के उपलक्ष्य में मुझे आचार्यश्री के दर्शन का अवसर मिला। हम सब भगवान महावीर की संतान हैं। भगवान महावीर का सिद्धांत हैµअहिंसा, अनेकांत और अपरिग्रह। आत्मा ही परमात्मा बन सकती है।
आज तेयुप का युवा सम्मेलन हो रहा है। आज का युवक समझदार है। युवक हमारी संपत्ति है, ताकत है। इसी ताकत पर भारत विश्व गुरु बना है। दुनिया हमारे युवकों का अनुगमन कर रही है। युवकों की शक्ति से ही परिवर्तन हो सकता है। युवक सब कुछ समर्पित कर जो ठान ले वो कर सकता है। युवक हमारे देश की भावी पीढ़ी है। नरेंद्र भाई मोदी ने देश का बहुत विकास किया है। भारत की विश्व में पहचान बनाई है। यह विजन समय पर हो रहा है। जैन लेने नहीं देने वाले बने हैं। विश्वास के साथ युवक कार्य करे तो वे आगे बढ़ सकते हैं। नया भारत युवकों का भारत होगा।
आचार्य महाश्रमण प्रवास व्यवस्था समिति से मुकेश गुगलिया, अभातेयुप राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा व स्थानीय तेयुप अध्यक्ष अरविंद संकलेचा ने विजन 360 के बारे में जानकारियाँ दी। शाहीबाग-असारवा विधायिका दर्शना बेन बाघेल व तरुण जैन डीआरएम ने भी अपनी भावना श्रीचरणों में अभिव्यक्त की एवं आगामी समय में उचित सहयोग देने की भावना जताई। व्यवस्था समिति द्वारा विजय भाई रूपाणी एवं अन्य लोगों का सम्मान किया गया। तेयुप द्वारा समूह गीत की प्रस्तुति हुई। कार्यक्रम का संचालन मुनि दिनेश कुमार जी ने किया।