णाइकंडूइयं सेयं, अरुयस्सावरज्झई।। व्रण को अधिक खुजलाना ठीक नहीं है, क्योंकि उससे कठिनाई पैदा होती है।
- आचार्य श्री भिक्षु महाराज
गुरुवाणी/ केन्द्र
हम अपने पुरखों के संदेशों और आदर्शों का अनुसरण करें : आचार्यश्री महाश्रमण
अध्यात्म का शांतिपीठ, 25 अप्रैल, 2022
2 May - 8 May 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
दुर्लभ मानव जीवन मुक्ति का द्वार बन सकता है: आचार्यश्री महाश्रमण
जयसंगसर, 24 अप्रैल, 2022
2 May - 8 May 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
त्याग से आत्मशक्ति का विकास एवं चेतना निर्मल हो सकती है: आचार्यश्री महाश्रमण
बुचावास, 21 अप्रैल, 2022
2 May - 8 May 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
पुण्यवत्ता की पृष्ठभूमि में चेतना की निर्मलता रह सकती है: आचार्यश्री महाश्रमण
जिगसाना ताल, 19 अप्रैल, 2022
2 May - 8 May 2022
संस्थाएं
अणुव्रत आंदोलन मानव को नई दिशा प्रदान करने वाला आंदोलन
2 May - 8 May 2022
संस्थाएं
पुरानी गीतिका और ढालों का पुनरावर्तन कार्यशाला
2 May - 8 May 2022
रचनाएं
अर्हम
साध्वी प्रणतिप्रभा, साध्वी प्रवीणप्रभा, साध्वी रोहिणीप्रभा, साध्वी सिद्धांतप्रभा
2 May - 8 May 2022
रचनाएं
वंदन
साध्वी परमयशा, साध्वी विनम्रयशा, साध्वी मुक्ताप्रभा एवं साध्वी कुमुदप्रभा
2 May - 8 May 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
विकार से दूर होकर अच्छे संस्कार प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ें: आचार्यश्री महाश्रमण
तारानगर, 20 अप्रैल, 2022
2 May - 8 May 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
जो भीतर में रहता है उसे किसी प्रकार का भय नहीं रहता है: आचार्यश्री महाश्रमण
मेलुसर, 23 अप्रैल, 2022
2 May - 8 May 2022