जका घड़ी जाय तका, फिर पाछी नहीं आय। जो घड़ी एक बार चली जाती है, वह लौटकर नहीं आती।

- आचार्य श्री भिक्षु महाराज

विविध

नूतन गृह-प्रवेश

विजयनगर, बैंगलोर

18 September - 24 September

नूतन गृह-प्रवेश

विविध

नूतन गृह-प्रवेश

पूर्वांचल-कोलकाता

18 September - 24 September

नूतन गृह-प्रवेश

रचनाएं

30वें विकास महोत्सव पर

डॉ. साध्वी परमयशा

18 September - 24 September

30वें विकास महोत्सव पर

स्वाध्याय

संबोधि

आचार्य महाप्रज्ञ

18 September - 24 September

संबोधि

स्वाध्याय

उपासना

आचार्य महाश्रमण

18 September - 24 September

उपासना

स्वाध्याय

अवबोध

मंत्री मुनि सुमेरमल ‘लाडनूं’

18 September - 24 September

अवबोध
PDF जैन पंचांग