जो स्वजनों के प्रेम को घटाता है, जीवन की दुर्गति करता है, अचिन्तित अनर्थ पैदा करता है, ऐसे धन को धिक्कार।

- आचार्य श्री भिक्षु महाराज

स्वाध्याय

धर्म है उत्कृष्ट मंगल

-आचार्यश्री महाश्रमण

03 November - 09 November 2025

धर्म है उत्कृष्ट मंगल

स्वाध्याय

श्रमण महावीर

-आचार्यश्री महाप्रज्ञ

03 November - 09 November 2025

श्रमण महावीर

स्वाध्याय

संबोधि

-आचार्यश्री महाप्रज्ञ

03 November - 09 November 2025

संबोधि

विविध

नामकरण संस्कार

पूर्वांचल, कोलकाता।

03 November - 09 November 2025

नामकरण संस्कार

विविध

शिलान्यास/ उद्घाटन

माधावरम, चेन्नई।

03 November - 09 November 2025

शिलान्यास/ उद्घाटन
PDF