वाद–प्रतिवाद प्रतियोगिता का  हुआ आयोजन

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गंगाशहर।

वाद–प्रतिवाद प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

शांति निकेतन सेवा केंद्र की व्यवस्थापिका साध्वी विशदप्रज्ञा जी एवं साध्वी लब्धियशा जी के सान्निध्य में तेरापंथ युवक परिषद एवं तेरापंथ महिला मंडल, गंगाशहर द्वारा वाद–प्रतिवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का विषय था – 'सोशल मीडिया : व्यक्तिगत विकास में साधक या बाधक'। निर्णायक की भूमिका जैन लूणकरण छाजेड़ एवं प्रो. धनपत रामपुरिया ने निभाई। तेयुप अध्यक्ष ललित राखेचा ने बताया कि सभी प्रतिभागियों ने पक्ष एवं विपक्ष में अपनी बात अत्यंत प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत की। उपस्थित जनसमूह ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम वक्तृत्व कला को निखारने में सहायक होते हैं, अतः यह आयोजन अत्यंत सराहनीय है।
तेयुप मंत्री मांगीलाल बोथरा ने बताया कि प्रतियोगिता तीन चरणों में आयोजित हुई — प्रथम चरण में विचार प्रस्तुति, द्वितीय चरण में वाद–प्रतिवाद, तृतीय चरण में निर्णायकों द्वारा प्रश्नोत्तर के माध्यम से विचार मंथन किया गया। इस अवसर पर निर्णायकों ने प्रतियोगिता के संबंध में अपने विचार रखे। साध्वी विशद प्रज्ञा जी ने भी विषय के संदर्भ में अपने विचार व्यक्त करते हुए सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। महिला मंडल अध्यक्षा प्रेम बोथरा ने बताया कि अंतिम चरण में निर्णायकों द्वारा परिणाम घोषित किया गया, जिसके अनुसार सांत्वना पुरस्कार श्रेया गुलगुलिया, तृतीय स्थान वर्षा बोथरा, द्वितीय स्थान सुरभि नाहर, प्रथम स्थान सुनीता पुगलिया को प्रदान किया गया। निर्णायकों का पताका एवं साहित्य द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन तेयुप संगठन मंत्री रोहित बैद ने किया।