जीव जीता है, वह दया नहीं है। मरता है, वह हिंसा नहीं है। मारने वाला हिंसक कहलाता है। नहीं मारना शुद्ध दया है।

- आचार्य श्री भिक्षु महाराज

संपादकीय

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पहचान, ढाल और रक्षक है मर्यादा और अनुशासन

27 January - 2 February 2025

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रचनाएं

मर्यादित यह संघ महान

साध्वी अणिमाश्री - डॉ. साध्वी सुधाप्रभा

27 January - 2 February 2025

मर्यादित यह संघ महान

रचनाएं

हंसता खिलता शासन उपवन

साध्वी मधुस्मिता

27 January - 2 February 2025

हंसता खिलता शासन उपवन

रचनाएं

सेवा श्रद्धा चन्दन है

डा. साध्वी परमयशा

27 January - 2 February 2025

सेवा श्रद्धा चन्दन है

रचनाएं

गण ये हमारा हमारी पहचान

साध्वी संगीतप्रभा

27 January - 2 February 2025

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रचनाएं

मेरा संघ मेरा सम्मान

साध्वी काव्यलता

27 January - 2 February 2025

मेरा संघ मेरा सम्मान

स्वाध्याय

संबोधि

-आचार्यश्री महाप्रज्ञ

27 January - 2 February 2025

संबोधि

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श्रमण महावीर

-आचार्यश्री महाप्रज्ञ

27 January - 2 February 2025

श्रमण महावीर

स्वाध्याय

धर्म है उत्कृष्ट मंगल

-आचार्यश्री महाश्रमण

27 January - 2 February 2025

धर्म है उत्कृष्ट मंगल
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