दुक्खंति दुक्खी इह दुक्कडेणं। अपने दुष्कृत से दुःखी बना हुआ प्राणी दुःख का ही अनुभव करता है।

- आचार्य श्री भिक्षु महाराज

रचनाएं

साँसों का इकतारा

साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा

09 January - 15 January 2023

साँसों का इकतारा

स्वाध्याय

उपासना

आचार्य महाश्रमण

09 January - 15 January 2023

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स्वाध्याय

संबोधि

आचार्य महाप्रज्ञ

09 January - 15 January 2023

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स्वाध्याय

अवबोध

मंत्री मुनि सुमेरमल ‘लाडनूं’

09 January - 15 January 2023

अवबोध
PDF जैन पंचांग