भगवान पार्श्वनाथ जन्म कल्याणक दिवस के विविध आयोजन
वाशी
साध्वी पंकजश्री जी के सान्निध्य में ‘श्रद्धा कार्यशाला’ में भगवान पार्श्वनाथ की जन्म जयंती का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत साध्वीश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र के साथ हुई। मंगलाचरण, महिला मंडल द्वारा किया गया। तेरापंथ सभा अध्यक्ष विनोद बाफना ने स्वागत वक्तव्य दिया। श्रुतकेवली श्री भद्रबहुस्वामी द्वारा रचित उवसग्गहरं स्तोत्र पाठ सिद्ध मंत्र है जो आज भी अनेक समस्याओं का समाधान करता है। विघ्न का निवारण करने वाला यह मंत्र 27 दिन जपा जाता है। साध्वी पंकजश्री जी ने कहा कि व्यक्ति श्रद्धा के सागर में स्नान करता है वह भक्ति के गोतों के द्वारा अनेक रत्नों को प्राप्त कर लेता है।
साध्वी ललिताश्री जी ने उवसग्गहरं स्तोत्र पर अपने विचार व्यक्त किए। साध्वी शारदाप्रभा जी ने कहा कि आपको प्रणाम करने वाला बहुत फल को प्राप्त करता है, दुःख व दुर्भाग्य का नाश होता है। सम्यक्त्वरूपी रत्न को प्राप्त करता है। पार्श्वनाथ को श्रद्धा से जपने से हर एक रोग शांत होता है। अनेक क्षेत्रों से भाई-बहनों ने उपस्थित होकर इस कार्यक्रम की महिमा शतगुणित बनाई। वाशी, सायन-कोलीवाड़ा, कुर्ला, मुलुंड, एरोली, खारघर, सीबीडी, नेरुल, सीवुड, कोपर खैरना, घनसौली के श्रावकों ने इस महाअनुष्ठान की शरण ली और 27 दिन तक जाप करने का संकल्प ग्रहण किया। महिला मंडल महाराष्ट्र प्रभारी निर्मल चंडालिया, सरिता ढालावत ने अपने विचार रखे।
कार्यक्रम में भिक्षु महाश्रमण फाउंडेशन अध्यक्ष ललित बाफना, महामंत्री बाबूलाल बाफना, कोषाध्यक्ष ललित बाफना, अशोक आच्छा, सभा मंत्री अर्जुन सोनी सहित अनेक पदाधिकारीगण एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे। साध्वी शारदाप्रभा जी ने कार्यक्रम का संचालन किया। आभार ज्ञापन तेयुप अध्यक्ष महावीर सोनी ने किया।