जो विनीत होता है, उसका विकास होता है। विनीत सुखी और अविनीत दु:खी होता है।
- आचार्य श्री भिक्षु महाराज
गुरुवाणी/ केन्द्र
सक्षमता में भी संयम रखना बड़प्पन है : आचार्यश्री महाश्रमण
भिक्षु साधना केंद्र्र, 30 दिसंबर, 2021
10 Jan - 16 Jan 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
संतों के उपदेश जीवन में उतारने से आत्मा की शुद्धि हो सकती है : आचार्यश्री महाश्रमण
बोराज, 4 जनवरी, 2022
10 Jan - 16 Jan 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
राग-द्वेष से मुक्त होना साधना का मुख्य लक्ष्य हो : आचार्यश्री महाश्रमण
भाकरोटा, 31 दिसंबर, 2021
10 Jan - 16 Jan 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
संस्कारों से भावित हो विद्यार्थी का जीवन : आचार्यश्री महाश्रमण
जयाचार्य कॉलेज, जयपुर, 29 दिसंबर, 2021
10 Jan - 16 Jan 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
इच्छाओं पर नियंत्रण से आत्मिक और मानसिक शांति मिलती है : आचार्यश्री महाश्रमण
मणीपाल युनिवर्सिटी, 3 जनवरी, 2022
10 Jan - 16 Jan 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
असफलता से सबक सीखकर निरंतर पुरुषार्थ करना चाहिए : आचार्यश्री महाश्रमण
अर्बन विलेजेज, 1 जनवरी, 2022
10 Jan - 16 Jan 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
आलोचना का जवाब कार्य से दें तो आलोचक भी प्रशंसक बन जाते हैं : आचार्यश्री महाश्रमण
अर्बन विलेजेज, 2 जनवरी, 2022
10 Jan - 16 Jan 2022