अणुव्रत की साधना करने वाला व्यक्ति अहिंसा और संयम को आंशिक रूप से साध सकता है। उसकी वह साधना पर्यावरण की दृष्टि से भी उपयोगी बन जाती है।
- आचार्य श्री भिक्षु महाराज
गुरुवाणी/ केन्द्र
बाल पीढ़ी को संस्कारवान बनाने का महत्त्वपूर्ण उपक्रम है ज्ञानशाला : आचार्यश्री महाश्रमण
भीलवाड़ा, 29 अगस्त, 2021
06 Sep - 12 Sep 2021
गुरुवाणी/ केन्द्र
अहिंसा की साधना के लिए संयम की साधना जरूरी : आचार्यश्री महाश्रमण
भीलवाड़ा, 22 अगस्त, 2021
06 Sep - 12 Sep 2021
गुरुवाणी/ केन्द्र
जैन धर्म में दीक्षा का विशेष महत्त्व है : आचार्यश्री महाश्रमण
भीलवाड़ा, 26 अगस्त, 2021
06 Sep - 12 Sep 2021
गुरुवाणी/ केन्द्र
व्यक्ति को जीवन में निर्अहंकार रहना चाहिए : आचार्यश्री महाश्रमण
भीलवाड़ा, 24 अगस्त, 2021
06 Sep - 12 Sep 2021
संस्थाएं
कोलकाता स्तरीय ‘शिलालेख - एक पैगाम’ कार्यशाला का आयोजन
पूर्वांचल-कोलकाता
06 Sep - 12 Sep 2021
संस्थाएं
आचार्य तुलसी डायग्नोस्टिक सेंटर कलेक्शन सेंटर का उद्घाटन
पूर्वांचल-कोलकाता
06 Sep - 12 Sep 2021
गुरुवाणी/ केन्द्र
सम्मान के पीछे भागे नहीं, सम्मान मिले ऐसी अर्हत का अर्जन करें : आचार्यश्री महाश्रमण
भीलवाड़ा, 28 अगस्त, 2021
06 Sep - 12 Sep 2021
गुरुवाणी/ केन्द्र
दीक्षा ग्रहण में पूर्व जन्म के संस्कारों की विशिष्ट भूमिका : आचार्यश्री महाश्रमण
06 Sep - 12 Sep 2021
गुरुवाणी/ केन्द्र
जिज्ञासा समाधान होने से मानसिक शांति होती है : आचार्यश्री महाश्रमण
भीलवाड़ा, 25 अगस्त, 2021
06 Sep - 12 Sep 2021
गुरुवाणी/ केन्द्र
इंद्रियों का संवर करने से आत्मानुशासन का मार्ग प्रशस्त होता है : आचार्यश्री महाश्रमण
भीलवाड़ा, 23, अगस्त, 2021
06 Sep - 12 Sep 2021