समर्पण लक्ष्य प्राप्ति का मुख्य साधन
मैसूर
तेरापंथ भवन में साध्वी मंगलप्रज्ञा जी के सान्निध्य में अभातेयुप द्वारा संचालित सीपीएस कोर्स की शुरुआत स्थानीय तेयुप के तत्त्वावधान में हुई। ‘कॉन्फिडेंस पब्लिक स्पिकिंग’ का यह विशेष कोर्स स्थान-स्थान पर अभातेयुप द्वारा संचालित होता रहा है। मैसूर में यह कोर्स प्रथम बार हो रहा है। सीपीएस के उद्घाटन सत्र का प्रारंभ साध्वी मंगलप्रज्ञा जी द्वारा उच्चारित नमस्कार महामंत्र से हुआ। तेयुप के अध्यक्ष विक्रम पितलिया ने कार्यक्रम की जानकारी दी एवं प्रशिक्षक एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया।
साध्वी मंगलप्रज्ञा जी ने कहा कि लक्ष्य की प्राप्ति समर्पण के बिना नहीं हो सकती है। लक्ष्य प्राप्ति का मुख्य साधन समर्पण है। प्रशिक्षक के रूप में बैंगलुरू से रक्षा मांडोत का आना हुआ। रक्षा मांडोत सीपीएस की प्रशिक्षिका हैं। इन्होंने भारत के अनेक स्थानों पर इसकी ट्रेनिंग दी है।