प्रवृत्ति को छोड़ना कठिन है, परंतु प्रवृत्ति में होने वाली आसक्ति को छोड़ा जा सकता है। फिर प्रवृत्ति तुम्हारी आत्मा को मलिन बनाने वाली नहीं बनेगी।

- आचार्य श्री भिक्षु महाराज

स्वाध्याय

धर्म है उत्कृष्ट मंगल

-आचार्यश्री महाश्रमण

30 September - 06 October 2024

धर्म है उत्कृष्ट मंगल

स्वाध्याय

श्रमण महावीर

-आचार्यश्री महाप्रज्ञ

30 September - 06 October 2024

श्रमण महावीर

स्वाध्याय

संबोधि

-आचार्यश्री महाप्रज्ञ

30 September - 06 October 2024

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