अभातेयुप के तत्वावधान में देशभर में हुआ समता की साधना 'अभिनव सामायिक' का प्रयोग
अभातेयुप के निर्देशन में तेरापंथ युवक परिषद, अमराईवाड़ी-ओढव द्वारा सिंघवी भवन, अमराईवाड़ी में साध्वी काव्यलता जी के सान्निध्य में सामूहिक सामायिक प्रत्याख्यान से अभिनव सामायिक का शुभारम्भ हुआ। सैकडों व्यक्तियों ने त्रिपदी वन्दना एवं जपयोग से पंच परमेष्ठी का ध्यान किया। साध्वी सुरभिप्रभाजी ने मधुर स्वरों में लोगस्स का भाव पूर्ण उच्चारण किया। सामायिक के दूसरे चरण में साध्वी ज्योतियशाजी ने ज्योति केन्द्र प्रेक्षा का प्रयोग करवाया। साध्वी काव्यलता जी ने स्वाध्याय योग का शुभारम्भ करते हुए अपने उद्बोधन में कहा- सामायिक समता की साधना है। सामायिक की महिमा गाने वाले बहुत मिलेंगे पर सामायिक करने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन कम हो रही है। सामायिक तनाव मुक्ति का सफल उपाय है। सामायिक करने वाला विभाव से स्वभाव की ओर प्रस्थान करता है। आचार्य श्री तुलसी ने अभिनव सामायिक का प्रयोग प्रदान कर युवा पीढ़ी को एक नया संदेश प्रदान किया। साध्वी राहतप्रभाजी ने सामायिक पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन साध्वी ज्योतियशाजी ने किया। अभिनव सामायिक में लगभग 200 श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति रही।