ण य संखयमाहु जीवियं, तह वि य बालजणो पगब्भई। टूटे हुए जीवन-सूत्रा को जोड़ा नहीं जा सकता। फिर भी अज्ञ मनुष्य हिंसा आदि में धृष्ट होता है।

- आचार्य श्री भिक्षु महाराज

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शासनश्री साध्वी मंजुप्रभा

27 June - 3 July 2022

अर्हम्

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साध्वी मेरुप्रभा

27 June - 3 July 2022

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जीओ ज्योतिर्मय हर याम

साध्वी शंकुलता, साध्वी संचितयशा, साध्वी जाग्रतप्रभा, साध्वी रक्षितयशा

27 June - 3 July 2022

जीओ ज्योतिर्मय हर याम

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ईशु हिरावत

हावड़ा शिवपुर।

27 June - 3 July 2022

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