सव्वमेयं णिराकिच्चा, ते ठिया सुसमाहिए। जो अनुकूल परिषहों को निरस्त कर देते हैं वे समाधि में स्थित हो जाते हैं।
- आचार्य श्री भिक्षु महाराज
गुरुवाणी/ केन्द्र
संस्कार युक्त शिक्षा है परिपक्व विकास में सहायक : आचार्यश्री महाश्रमण
वाशी, 19 फरवरी, 2024
26 February - 3 March 2024
गुरुवाणी/ केन्द्र
श्रवण शक्ति का समुचित उपयोग कर करें श्रेय का समाचरण: आचार्यश्री महाश्रमण
वाशी, 18 फरवरी, 2024
26 February - 3 March 2024
गुरुवाणी/ केन्द्र
चंड और घमंड प्रकृतियाँ मोक्ष में हैं बाधक : आचार्यश्री महाश्रमण
सानपाड़ा, 10 फरवरी, 2024
26 February - 3 March 2024
गुरुवाणी/ केन्द्र
मर्यादा की रक्षा करने से हो सकती है स्वयं की भी रक्षा : आचार्यश्री महाश्रमण
वाशी, 11 फरवरी, 2024
26 February - 3 March 2024
संस्थाएं
मर्यादा में चलने वाला साधक अपनी आत्मा को निर्मल व उज्ज्वल बनाता है
जसोल
26 February - 3 March 2024
संस्थाएं
मर्यादा में चलने वाला साधक अपनी आत्मा को निर्मल व उज्ज्वल बनाता है
कालू
26 February - 3 March 2024
संस्थाएं
मर्यादा में चलने वाला साधक अपनी आत्मा को निर्मल व उज्ज्वल बनाता है
रायपुर
26 February - 3 March 2024
गुरुवाणी/ केन्द्र
मर्यादा में चलने वाला साधक अपनी आत्मा को निर्मल व उज्ज्वल बनाता है
साउथ कोलकाता
26 February - 3 March 2024
संस्थाएं
‘नाजुक सा रिश्ता: ननद-भाभी का’ कार्यशाला का आयोजन
ग्रीन पार्क, दिल्ली।
26 February - 3 March 2024
संस्थाएं
टीम बिल्डिंग कार्यशाला से किशोरों ने समझा परस्पर सहयोग का महत्त्व
विजयनगर।
26 February - 3 March 2024