‘नाजुक सा रिश्ता: ननद-भाभी का’ कार्यशाला का आयोजन

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‘नाजुक सा रिश्ता: ननद-भाभी का’ कार्यशाला का आयोजन

ग्रीन पार्क, दिल्ली।
अभातेममं के निर्देशानुसार तेममं ने ‘नाजुक सा रिश्ता: ननद-भाभी का’ कार्यशाला का आयोजन ग्रीन पार्क में साध्वी डॉ0 कुंदनरेखा जी के सान्निध्य में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ साध्वीश्री जी द्वारा नमस्कार महामंत्र से हुआ। लाजपत नगर क्षेत्र की बहनों ने प्रेरणा गीत से मंगलाचरण किया। साध्वीश्री जी ने मैत्री की अनुप्रेक्षा करवाई। कार्यक्रम संयोजिका संगीता दुगड़ ने सभी ननद-भाभी की जोड़ियों का परिचय दिया और उनको सम्मानित किया। मंत्री वर्षा बैंगानी ने सभी आगंतुकों का स्वागत किया तथा विषय की प्रस्तुति देते हुए स्वरचित कविता प्रस्तुत की।
सभी जोड़ियों ने एक के बाद एक 5 एस (समझ, सहनशीलता, स्नेह, सम्मान और सहेली) के आधार पर प्रस्तुति दी। कव्वाली, लघु संवाद, गीत, संस्मरण आदि के रूप में सभी ने अपने भाव व्यक्त किए। उमा राखेचा, निर्मला कोठारी और मधु सेठिया ने अपने विचार रखे। साध्वी कुंदनरेखा जी ने कहा कि ननद-भाभी का रिश्ता नाजुक रिश्ता है। रिश्तों को सुदृढ़ बनाने के लिए सहनशीलता जरूरी है। अगर समता, सहिष्णुता और सामंजस्य प्रतिष्ठित हो जाए तो ननद-भाभी का रिश्ता अटूट है। कार्यक्रम में सात ननद-भाभी की जोड़ियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कुल 48 बहनों ने लहरिया परिधान में भाग लेकर बसंत के आगमन का आगाज किया। कार्यक्रम का संचालन संयोजिका संगीता दुगड़ ने किया।