वितिगिंछसमावण्णा, पंथाणं व अकोविया। व्रण को अधिक खुजलाना ठीक नहीं है, क्योंकि उससे कठिनाई पैदा होती है।
- आचार्य श्री भिक्षु महाराज
गुरुवाणी/ केन्द्र
हम जीवन में समता की साधना रखने का प्रयास करें : आचार्यश्री महाश्रमण
सादुलपुर, 17 अप्रैल, 2022
25 Apr - 1 May 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
जीवन की गाड़ी में संयम का ब्रेक और ज्ञान का प्रकाश होना चाहिए: आचार्यश्री महाश्रमण
ददरेवा, 18 अप्रैल, 2022
25 Apr - 1 May 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
साधना का एक महत्त्वपूर्ण सूत्र है - अनासक्त रहो: आचार्यश्री महाश्रमण
लसेड़ी, 15 अप्रैल, 2022
25 Apr - 1 May 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
अपने अशुद्ध भावों को कमजोर करने का प्रयास करें: आचार्यश्री महाश्रमण
चौधरीवास, 12 अप्रैल, 2022
25 Apr - 1 May 2022
रचनाएं
समाज सृष्टा, नीति निर्माता व धर्म तीर्थ के आद्य प्रणेता
मुनि चैतन्य कुमार ‘अमन’
25 Apr - 1 May 2022
रचनाएं
शासनमाता कल्याणी है
साध्वी गवेषणाश्री, साध्वी मेरुप्रभा, साध्वी मयंकप्रभा, साध्वी दक्षप्रभा
25 Apr - 1 May 2022
रचनाएं
विशिष्टताओं का विलक्षण प्रभापुंज - शासनमाता साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभाजी
इंद्र बैंगाणी, दिल्ली (पूर्व संपादक: तेरापंथ टाइम्स)
25 Apr - 1 May 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
मनुष्य जीवन जीने का लक्ष्य हो मोक्ष की साधना: आचार्यश्री महाश्रमण
राजगढ़, 16 अप्रैल, 2022
25 Apr - 1 May 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
विवेक शून्य आदमी अंधे के समान होता है: आचार्यश्री महाश्रमण
सिवानी, 13 अप्रैल, 2022
25 Apr - 1 May 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
भगवान महावीर आस्तिक दर्शन के प्रवक्ता थे: आचार्यश्री महाश्रमण
मोतीपुरा, 14 अप्रैल, 2022
25 Apr - 1 May 2022