जय जय हे शासन माता
जय जय हे शासन माता
असाधारण साध्वी प्रमुखा तेरी स्मृतियां है ताजा
सूरजमल छोटी की पुत्री सरस्वती बन आई
दी शताब्दी पर तुलसी द्वारा दीक्षा बनी वरदाई
बौद्धिकता हर पल निखरती व्यक्तित्व ऊँचाई पाता।।
कनकप्रभा की कार्यशैली से गुरु तुलसी प्रसन्न होते
आगम, संपादन, लेखन, प्रवचन के नव आयाम सिखाते
महाश्रमण से गौरवान्वित तेरापंथ की शासन माता।।
गुरुवर त्रय की सेवा का शुभ अवसर तूने पाया
देख प्रशासन कौशल तेरा जन-जन है विस्मय पाया-2
धन्य धन्य हे सती शेखरे, तेरी गौरव गाथा।।
प्रमुखा श्री की अनुपम कृतियां देती है नव जीवन
मेरा जीवन मेरा दर्शन पढ़ते होते तुलसी दर्शन-2
भावों की श्रद्धांजलियां शत-शत अर्पित शासन माता