दुगुणं करेइ से पावं, पूयणकामो विसण्णेसी। जो पूजा का इच्छुक और असंयम का आकांक्षी होता है, वह दूना पाप करता है।
- आचार्य श्री भिक्षु महाराज
गुरुवाणी/ केन्द्र
नित्यानित्य संसार में आत्मकल्याण का करें प्रयास: आचार्यश्री महाश्रमण
छापर-देवाणी, 9 नवंबर, 2022
21 November - 27 November 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
चेतना की निर्मलता के विकास का करें प्रयास: आचार्यश्री महाश्रमण
लाडनूं, 13 नवंबर, 2022
21 November - 27 November 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
छापरवासियों में त्याग-संयम रूपी रमणीयता बनी रहे: आचार्यश्री महाश्रमण
ताल छापर, 8 नवंबर, 2022
21 November - 27 November 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
साहित्य से ज्ञान की सुगंध फेलाती रहे जैन विश्व भारती: आचार्यश्री महाश्रमण
लाडनूं, 11 नवंबर, 2022
21 November - 27 November 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
बच्चों में हो विनम्रता, ईमानदारी और अहिंसा के संस्कार: आचार्यश्री महाश्रमण
निम्बीजोधा, 14 नवंबर, 2022
21 November - 27 November 2022
गुरुवाणी/ केन्द्र
विद्या के साथ विनय होने से विद्या शोभित होती है: आचार्यश्री महाश्रमण
21 November - 27 November 2022
संस्थाएं
गर्भ शिशु संस्कार प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
राजराजेश्वरी नगर।
21 November - 27 November 2022
रचनाएं
अप्रमत्तता की ज्योति - शासनश्री साध्वी रतनश्री जी ‘लाडनूं’
साध्वी मुक्तियशा
21 November - 27 November 2022
संस्थाएं
ज्ञानशाला सारना-वारणा निरीक्षण कार्यक्रम का आयोजन
गोरेगाँव (मुंबई)।
21 November - 27 November 2022
संस्थाएं
हमारी पहचान - हमारी संस्कृति, हमारे संस्कार विषयक कार्यशाला
माधावरम्, चेन्नई।
21 November - 27 November 2022