तपार्चितम् कार्यक्रम का आयोजन
दक्षिण मुंबई।
शासनश्री साध्वी सोमलता जी के सान्निध्य में ‘तपार्चितम् कार्यक्रम’ का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीश्री जी के मंत्रोच्चार से हुई। कन्या मंडल ने गीत का संगान किया। स्वागत भाषण सभा अध्यक्ष गणपतलाल डागलिया ने किया। साध्वीश्री जी ने कहा कि पाप-संताप मुक्त करने वाली, तत्काल पवित्र करने वाली उस तप गंगा में स्नान करके पचपन तपस्वी आए हैं। इनका चमकता हुआ नूर नए इतिहास का साक्षी बन रहा है। यह सब गुरु भक्ति और आत्मशक्ति से ही संभव हुआ है।
साध्वी शकंुतला कुमारी जी, साध्वी संचितयशा जी ने प्रातः स्तुति की। साध्वी रक्षितयशा जी ने गीत प्रस्तुत किया। साध्वी जागृतप्रभा जी ने ध्यान के प्रयोग करवाए। सुमधुर गायक विराग मधुमालती ने तपस्वियों के अभिनंदन के अंतर्गत मधुर स्वर लहरी कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
प्रथम चरण में जैन संस्कार विधि से कैसे दीपावली पूजन दीपमालिका कार्यशाला के आयोजन के संस्कारक अशोक बरलोटा ने विस्तार से पूजन विधि की जानकारी दी।
इस अवसर पर कार्याध्यक्ष कुंदनमल धाकड़ ने मासखमण तप अभिनंदन पत्र का, तेयुप के अध्यक्ष नितेश धाकड़ ने देवेंद्र डागलिया को प्रदत्त आचार्य महाश्रमण युवा व्यक्तित्व पुरस्कार अभिनंदन पत्र का वाचन किया। महाप्रज्ञ विद्या निधि फाउंडेशन के मंत्री लक्ष्मीलाल डागलिया ने गायक विराग मधुमालती का परिचय देकर अभिनंदन पत्र से सम्मानित किया।
कार्यक्रम का संचालन सभा मंत्री दिनेश धाकड़ व आभार ज्ञापन तेयुप मंत्री रौनक धाकड़ ने किया। इस अवसर पर महाप्रज्ञ स्कूल विद्या निधि फाउंडेशन के अध्यक्ष किशनलाल डागलिया, अर्जुन सिंघवी, रोशनलाल मेहता आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में आचार्य महाप्रज्ञ विद्या निधि फाउंडेशन, तेरापंथी सभा, तेयुप, महिला मंडल, अणुव्रत उपसमिति, दक्षिण मुंबई के कार्यकर्ता का सहयोग रहा।