अज्ञानी लोग अधर्म के कार्य को धर्म में और धर्म के कार्य को अधर्म में डाल देते हैं। वे दोनों ओर से बंध जाते हैं, उनकी दुर्गति होती है।
- आचार्य श्री भिक्षु महाराज
गुरुवाणी/ केन्द्र
जीवन में हो विशेषताओं को विकसित करने का प्रयास : आचार्यश्री महाश्रमण
पिंपरी चिंचवड़। 24 मार्च, 2024
1 April - 7 April 2024
गुरुवाणी/ केन्द्र
सुखी बनने के लिए सुकुमारता, कामना, द्वेष और राग को छोड़ें : आचार्यश्री महाश्रमण
पिंपरी चिंचवड़। 23 मार्च, 2024
1 April - 7 April 2024
गुरुवाणी/ केन्द्र
मैत्री भाव से नष्ट करें दूसरे के मन का वैमनस्य : आचार्यश्री महाश्रमण
ताथावड़े। 22 मार्च, 2024
1 April - 7 April 2024
गुरुवाणी/ केन्द्र
सम्यक्त्व के समान नहीं कोई मित्र या बन्धु : आचार्यश्री महाश्रमण
गोनावाड़ी। 19 मार्च, 2024
1 April - 7 April 2024
गुरुवाणी/ केन्द्र
जीवनरूपी महल में हो ज्ञान का प्रकाश और संस्कारों की सौरभ : आचार्य श्री महाश्रमण
ताम्हिनी। 18 मार्च, 2024
1 April - 7 April 2024
गुरुवाणी/ केन्द्र
दान के साथ ना हो नाम की भावना : आचार्य श्री महाश्रमण
अम्बडवेर। 21 मार्च, 2024
1 April - 7 April 2024
गुरुवाणी/ केन्द्र
सुखी बनने का उपाय है समता की साधना : आचार्यश्री महाश्रमण
शेरे। 20 मार्च, 2024
1 April - 7 April 2024
रचनाएं
सतयुग की सती प्रतीत होती थी साध्वी श्री पानकुमारीजी 'द्वितीय'
मुनि अनंत कुमार
1 April - 7 April 2024
रचनाएं
'नाणागमो मच्चु मुहस्स अत्थि'
-'शासनश्री' साध्वी जिनरेखा आदि साध्वी वृंद
1 April - 7 April 2024
रचनाएं
कमाल थी आपकी सौम्यता और सहजता
- डॉ. साध्वी परमयशाजी के निर्देशानुसार साध्वी विनम्रयशा (भाभी महाराज ) एवं साध्वी वृंद
1 April - 7 April 2024
रचनाएं
संथारा स्वीकार कर वीरवृत्ति का परिचय दिया
-मुनि सुमतिकुमार, मुनि जयकुमार आिद मुनिवृंद
1 April - 7 April 2024