सामाइयमाहु तस्स जं, जो अप्पाण भए ण दंसए। जो भय से विचलित नहीं होता, उस साधक के सामायिक होता है।
- आचार्य श्री भिक्षु महाराज
संस्थाएं
संतों का मिलन स्नेह-सौहार्द के विकास की प्रेरणा देता है
राजलदेसर।
30 January - 05 February 2023
गुरुवाणी/ केन्द्र
ज्ञाान के क्षेत्र में विकास के लिए बुद्धि और सम्यक् परिश्रम आवश्यक : आचार्यश्री महाश्रमण
हेमजी का तला, 23 जनवरी, 2023
30 January - 05 February 2023
गुरुवाणी/ केन्द्र
आदमी कद या पद से बड़ा नहीं बनता अपितु विचार से बड़ा बनता है: आचार्यश्री महाश्रमण
बायतू भीमजी, 24 जनवरी, 2023
30 January - 05 February 2023
गुरुवाणी/ केन्द्र
मोक्ष प्राप्ति में सहायिका का कार्य करती है समता की साधना: आचार्यश्री महाश्रमण
ढाणी, बाड़मेर, 20 जनवरी, 2023
30 January - 05 February 2023
गुरुवाणी/ केन्द्र
गृहस्थ भी जीवन में रखे नैतिकता: आचार्यश्री महाश्रमण
मानसर, 17 जनवरी, 2023
30 January - 05 February 2023
गुरुवाणी/ केन्द्र
साधना का मौलिक और आधारभूत तत्त्व है सम्यक्त्व: आचार्यश्री महाश्रमण
केसुंबला, 19 जनवरी, 2023
30 January - 05 February 2023
गुरुवाणी/ केन्द्र
संतोषरूपी बादल लोभरूपी अग्नि को शांत कर देता है: आचार्यश्री महाश्रमण
सवाऊ पदमसिंह, 21 जनवरी, 2023
30 January - 05 February 2023
गुरुवाणी/ केन्द्र
निमित्त के योगदान से व्यक्ति का व्यक्तित्व निखर सकता है: आचार्यश्री महाश्रमण
फलसूंड, 18 जनवरी, 2023
30 January - 05 February 2023
गुरुवाणी/ केन्द्र
शांति के लिए अहिंसा की शरण में आना अपेक्षित: आचार्यश्री महाश्रमण
कानोड़, 22 जनवरी, 2023
30 January - 05 February 2023