संत मिलन समारोह का आयोजन

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संत मिलन समारोह का आयोजन

सिटी लाइट, सूरत।
मुनि उदित कमार जी तेरापंथ भवन, सिटी लाइट में चातुर्मास संपन्न कर उपनगरों का प्रवास करते हुए वर्तमान में पुनः तेरापंथ भवन, सिटी लाइट में पधारे। बालोतरा का चातुर्मास संपन्न कर मुनि मोहजीत कुमार जी सूरत पधारे एवं कच्छ-भुज का चातुर्मास पूर्ण कर मुनि पुलकित कुमार जी भी सूरत पधारे हैं। भटार स्थित विवेकानंद गार्डन में तीनों संतों का आध्यात्मिक मिलन हुआ। संत मिलन के अवसर पर परस्परता, प्रेम, स्नेह, विनय, वात्सल्य, प्रमोद एवं मैत्री भावना के दुर्लभ दृश्य निहार कर श्रावक समाज भावविभोर हुआ। तीनों संतों के साथ उनके सहवर्ती संत एवं विशाल श्रावक समुदाय उपस्थित था। मिलन के बाद विशाल रैली के साथ सभी नौ संतों ने तेरापंथ भवन, सिटीलाइट में मंगल प्रवेश किया, जहाँ पर ऐतिहासिक संत मिलन समारोह का आयोजन तेरापंथी सभा, सूरत के तत्त्वावधान में हुआ।
मुनि उदित कुमार जी ने कहा कि मुनि मोहजीत कुमार जी तेरापंथ धर्मसंघ के वरिष्ठ एवं सम्माननीय संत हैं। उनके साथ अतीत में अनेक बार रहने एवं मिलने का अवसर प्राप्त हुए हैं। उनके भीतर अनेक गुण और अनेक विशेषताएँ विद्यमान हैं। केवल 2 महीने में 725 किलोमीटर की पदयात्रा कर वे सूरत पधारे हैं। मैं उनका स्वागत करते हुए अप्रतिम आनंद की अनुभूति कर रहा हूँ। मुनि मोहजीत कुमार जी ने कहा कि मुनि उदित कुमार जी आचार्यश्री महाश्रमण जी के सहदीक्षित संत हैं। मर्मज्ञ हैं। कुशल प्रवचनकार हैं। प्रवाह को किस प्रकार से परिवर्तित करना उनकी बेजोड़ कला आपके पास है। शासन स्तंभ मंत्री मुनि सुमेरमल जी स्वामी की ज्ञान की विरासत आपको सहज संप्राप्त है। मेरी दीक्षा के बाद तुरंत आपसे मिलना हुआ था। तभी से हम दोनों बचपन के साथी हैं, मित्र हैं। मैं आपसे मिलकर अप्रतिम आह्लाद की अनुभूति कर रहा हूँ। मुनिश्री ने सुंदर गीत के द्वारा भी अपने भावों की अभिव्यक्ति दी।
मुनि पुलकित कुमार जी ने कहा कि सूरत में मंत्री मुनि सुमेरमल जी स्वामी एवं मुनि उदित कुमार जी के साथ चातुर्मास करने का सौभाग्य मुझे मिला था। मुनि उदित कुमार जी की गोद में मेरा बचपन बीता है। आप मेरे व्यक्तित्व के निर्माता संत हैं। आपके दर्शन कर मुझे अत्यंत प्रसन्नता की अनुभूति हो रही है। मुनि अनंत कुमार जी, मुनि भव्य कुमार जी, मुनि आदित्य कुमार जी, मुनि जयेश कुमार जी, मुनि रम्य कुमार जी एवं मुनि ज्योतिर्मय जी ने अपने-अपने भावों को प्रस्तुत किया।
तेरापंथी सभा, सूरत के अध्यक्ष नरपत कोचर ने स्वागत वक्तव्य देते हुए संत मिलन के अवसर को अद्वितीय व ऐतिहासिक बताया। आचार्य महाश्रमण प्रवास व्यवस्था समिति के अध्यक्ष संजय सुराणा ने इसे प्रयागराज की उपमा दी। उधना सभा के उपाध्यक्ष मुकेश बाबेल ने मुनिश्री को मर्यादा महोत्सव उधना में करने की प्रार्थना की। अणुव्रत विश्व भारती गुजरात प्रभारी अर्जुन मेड़तवाल, तेममं व कन्या मंडल ने प्रासंगिक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का संचालन तेरापंथी सभा के मंत्री अनुराग कोठारी ने किया।