आदमी कद या पद से बड़ा नहीं बनता अपितु विचार से बड़ा बनता है: आचार्यश्री महाश्रमण
बायतू भीमजी, 24 जनवरी, 2023
धर्म चक्रवर्ती आचार्यश्री महाश्रमण जी प्रातः बायतू भीमजी के महात्मा गांधी विद्यालय में पधारे। जनमेदिनी को पावन पाथेय प्रदान करते हुए परम पावन ने फरमाया कि आदमी जीवन जीता है। जीवन जीना एक सामान्य बात है। सभी प्राणी जीवन जीते हैं। बड़ी बात कौन सी है, जो वैशिष्ट्य को प्राप्त करे? आदमी जीवन कैसा जी रहा है? सद्गुण संपन्न जीवन जीता है तो कुछ विशेष बात हो सकती है। सज्जन आदमी परनिंदा नहीं करता है। इस संदर्भ में वाणी का संयम रखना चाहिए।
जो बातें तुमने सुनी हैं, हो सकता है वो सही हो या अंतर भी हो। उचित जगह पर दोष बताओ और वो भी पक्की बात हो, अयथार्थ न हो। यह एक प्रसंग से समझाया कि बात बढ़ते-बढ़ते कैसे बढ़ जाती है। दूसरे के गुण होते हैं, थोड़े गुण का भी बखान कर दें। दूसरा कोई ऋद्धि संपन्न बन गया तो उसमें भी संतोष हो न कि ईष्र्या। दूसरों में तकलीफ आती है तो खिन्न हो जाता हैं अपनी बढ़ाई अपने मुख से नहीं करता है। आत्मश्लाघा नहीं करनी चाहिए। सज्जन आदमी नीति के रास्ते का भी उल्लंघन नहीं करता। जो उचित है वो बात करता है। कोई अप्रिय बात कह दे तो वह असहिष्णु नहीं बनता, धीरता को नहीं छोड़ता, गुस्सा नहीं करता। आदमी कद या पद से बड़ा नहीं बनता, वह विचार से बड़ा बनता है। दया-अनुकंपा जीवन में है तो सज्जनता है। हमारे में प्रमोद भावना हो। अनुकंपा की भावना हो तो हमारी आत्मा कल्याण की दिशा में आगे बढ़ सकती है।
आज महात्मा गांधी विद्यालय में आए हैं। बायतु का मर्यादा महोत्सव संबंधी प्रवेश तो कल है। विद्यालय के विद्यार्थियों में अच्छे संस्कार आते रहें। अमेरिका से समागत समणी नीतिप्रज्ञा जी, समणी मलयप्रज्ञा जी ने अपनी भावना पूज्यप्रवर के श्रीचरणों में प्रस्तुत की। पूज्यप्रवर ने दोनों समणी जी को आशीर्वचन फरमाया। पूज्यप्रवर के स्वागत में राधा बालड़, जसोदा छाजेड़, बालड़ परिवार, तन्मय छाजेड़, सोनू छाजेड़, रवीना लोढ़ा, भंवरलाल बालड़, अत्तरसिंह यादव ने अपनी भावना अभिव्यक्त की। कन्या मंडल ने गीत के माध्यम से प्रस्तुति दी। मुनि कीर्तिकुमार जी ने समझाया कि हमारी सोच साकारात्मक हो। कार्यक्रम का संचालन मुनि दिनेश कुमार जी ने किया।