दीक्षार्थी मंगलभावना समारोह
राजलदेसर।
दीक्षार्थी मुमुक्षु दक्ष नखत का भव्य वरघोड़ा जुलूस शुभकरण रजत प्रकाश बैद के निवास, सीमेंट रोड से रवाना होकर सुभाष चौक, चोठियाबास, मैन बाजार से होते हुए तेरापंथ भवन में पहुँचा। यहाँ पर साध्वी मंगलप्रभा जी की सन्निधि में दीक्षार्थी भाई की अभिवंदना में मंगलभावना कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम महिला मंडल की तरफ से रीना बैद ने मंगलाचरण किया। साध्वी मंगलप्रभा जी ने कहा कि वे माता-पिता, पारिवारिकजन धन्य होते हैं जो अपने कलेजे की कोर को गुरु चरणों में समर्पित करते हैं। जो अपने बुढ़ापे की लाठी को गुरु चरणों में समर्पित करते हैं।
साध्वीश्री जी ने कहा कि गुरु दृष्टि की आराधना करना, संयम में खूब पराक्रम करना, सुविधावादी मत बनना। कभी पीछे मुड़कर मत देखना। इसके माता-पिता को साधुवाद जिन्हें अपने बेटे का शत-प्रतिशत दान का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस अवसर पर मोनिका बैद ने दीक्षार्थी भाई का जीवन परिचय प्रस्तुत करते हुए उनके उज्ज्वल आध्यात्मिक जीवन के प्रति मंगल भावना व्यक्त की।
दीक्षार्थी दक्ष ने भी श्रावक समाज को आह्वान करते हुए कहा कि बच्चे परिवार, समाज व संघ का भविष्य हैं। माता-पिता का फर्ज बनता है कि उन्हें बचपन से ही धार्मिक संस्कार दें। यदि घर में कोई दीक्षा लेने के लिए तैयार हो तो उसे मना न करें। कार्यक्रम के दौरान तेरापंथी सभा के ट्रस्टी पन्नालाल दुगड़, उपाध्यक्ष खेमचंद बरड़िया, तेममं अध्यक्षा प्रेमदेवी विनायकिया, महिला मंडल, कन्या मंडल, किशोर मंडल, दक्ष के दादीसा मंजु देवी नखत, जगत सिंह बेगवानी, कुणाल बैद, जिया बैद आदि ने अपने भावों की अभिव्यक्ति दी। साध्वीवृंद ने स्वरचित गीतिका का संगान किया। तेयुप के मंत्री रजत प्रकाश बैद ने आभार ज्ञापित किया। संचालन तेममं की मंत्री सविता बच्छावत ने किया। दीक्षार्थी मुमुक्षु दक्ष नखत का जगह-जगह तिलक लगाकर सम्मान किया गया।