युवक सम्मेलन का आयोजन
सरदारपुरा, जोधपुर।
तेयुप, सरदारपुरा द्वारा मेघराज तातेड़ भवन में युवक सम्मेलन का आयोजन किया गया। साध्वी जिनबाला जी के सान्निध्य में आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र के उच्चारण से हुआ। साध्वी महकप्रभा जी द्वारा प्रेक्षाध्यान व महाप्राण ध्वनि के प्रयोग कराए गए। तेयुप से सुनील बैद आदि ने विजय गीत का संगान किया। श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन सभा अध्यक्ष सुरेश जीरावला द्वारा किया गया। स्वागत वक्तव्य तेयुप अध्यक्ष महावीर चौधरी ने दिया। साध्वी भव्यप्रभा जी ने कहा कि युवक में हर कार्य करने की क्षमता है, वह अंधकार में प्रकाश की ज्योति जला सकता है, वह निराशा को आशा में बदल सकता है। साध्वी करुणाप्रभा जी ने कहा कि युवकों पर सदैव विशेष दायित्व रहता है, जोधपुर यह धरा नामकरण की धरती है। युवकों के दायित्व की बात होती है, दायित्व निर्वाह के लिए 3C महत्त्वपूर्ण हैं-
(1) Challenge - चुनौती स्वीकार करें।
(2) Control - स्वयं पर व जिह्वा पर नियंत्रण रखें।
(3) Co- operater - करें, सहयोग की भावना रखें।
जयपुर से पधारे मुख्य वक्ता, युवक रतन, राजस्थान सरकार के उद्योग विभाग के संयुक्त निर्देशक राजेंद्र सेठिया ने कहा कि युवक वाह-वाह करना सीखें, टाँग खींचना छोड़कर, हाथ खींचना शुरू कर दें। युवाओं में नशे की लत बढ़ती जा रही है, पर अगर शान से रहना है तो हम नशा छोड़ दें। साध्वी जिनबाला जी ने कहा कि तीन प्रकार की भावनाएँ होती हैं-अधिकार की भावना में सत्ता बोलती है, उपेक्षा की भावना में आलस्य बोलता है, कर्तव्य की भावना में समर्पण बोलता है। कर्तव्य की भावना में व्यक्ति सबका प्रिय बनता है। दायित्व को भार न समझें, स्वयं का कार्य समझकर समय का प्रबंधन करें।
दलपत लोढ़ा ने कहा कि दायित्व दिया नहीं जाता, लिया जाता है। आप लक्ष्य बनाएँ, उसके लिए जी-जान लगा दें, सफलता दूर नहीं रह सकेगी। लक्ष्य के प्रति कटिबद्ध रहे। बाधाओं से घबराएँ नहीं। अभातेयुप के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्रेयांश कोठारी ने कहा कि युवक चिंतन से युवा बनें, लक्ष्य की प्राप्ति के लिए उचित प्रयत्न करते रहें, आगे बढ़ते रहें। कार्यक्रम का संचालन संदीप पटावरी ने किया। कार्यक्रम का संयोजन नरेंद्र कोठारी, सह-संयोजन अर्पित कोठारी, पंकज डागा ने किया। कार्यक्रम में 100 से अधिक युवकों सहित कुल 150 से अधिक व्यक्तियों की उपस्थिति रही। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष सुरेश जीरावला ने भी युवकों को संबोधित किया।