एक प्यार का नगमा है

एक प्यार का नगमा है

एक प्यार का नगमा है

महाश्रमणीवरम् वंदन
महके जीवन है ज्यूं चंदन
युग-युग तक रहेगा अमर
तेरे नाम का चहु गुंजन।

तुलसी युग स्वर्णिम था
तुम आई कला बन कर
गुरु की अनुकंपा से
बनी कनकप्रभा सतीवर
गुरु सम्मुख सब अर्पण
बन गई वात्सल्य दर्पण
युग-युग तक रहेगा अमर
तेरा नाम का चहु गुंजन।
महाश्रमणीवरम्----

तेरा लेखन अलबेला
कविता की रसधारा
आगम संपादन कर
बनी बहुश्रुत ध्रुवतारा
पाया पद प्रमुखा का
बनी तेरापंथ धड़कन
युग-युग तक रहेगा अमर
तेरे नाम का चहु गुंजन।
महाश्रमणीवरम्----

तीनों आचार्यों से
मिली ऊर्जा अनूठी है
शासनमाता संघ की
संजीवनी बूटी है
महाश्रमण कृपा भारी
किया शीष झुका वंदन
युग-युग तक रहेगा अमर
तेरे नाम का चहु गुंजन।
महाश्रमणीवरम्----

पंकज डागा
(अध्यक्ष: अभातेयुप)