तेरापंथ का महाकुंभ है मर्यादा महोत्सव
गुड़ियात्तम
तमिलनाडु के गुडियात्तम नगर में तेरापंथ धर्मसंघ का 160वाँ मर्यादा महोत्सव मुनि दीप कुमार जी के सान्निध्य में तेरापंथी सभा, गुडियात्तम द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें के0जी0एफ0ए वानियमवाड़ी, वेल्लोर, बैंगलुरु क्षेत्र के श्रद्धालुजन उपस्थित थे। मुनि दीप कुमार जी ने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ का सर्वोच्च पर्व हैµमर्यादा महोत्सव। संसार में अनेक उत्सव मनाए जाते हैं, किंतु मर्यादाओं का उत्सव विश्व में कहीं भी नहीं मनाया जाता। यह तो केवल तेरापंथ में मनाया जाता है। इस दृष्टि से मर्यादा महोत्सव अनुपम है, अद्भुत है और आकर्षण का केंद्र है।
आचार्य भिक्षु ने मर्यादाएँ बाँधकर संघ पर महान उपकार किया। आचार्यश्री जयाचार्य ने उसे महोत्सव का वर्तमान स्वरूप प्रदान कर विलक्षण कार्य किया। जहाँ आचार्यप्रवर का निर्देश, इंगित होता है वहीं पर साधु-साध्वियाँ विहार चातुर्मास करते हैं। शिष्य-शिष्या शिष्यत्व में गौरव का अनुभव करते हैं। मुनिश्री ने आगे कहा कि हम संघपति की दृष्टि की अनुपालना में सतत जागरूक रहे। संघ सेवा में समर्पण भाव बढ़ता रहे। मुनि काव्य कुमार जी ने संचालन किया। कार्यक्रम में तेममं, गुडियात्तम की बहनों ने गीत और कव्वाली की प्रस्तुति दी। मानमल नाहर, दानमल सुराणा, कंचनबाई समदरिया, के0जी0एफ0, तेममं अध्यक्षा राजकुमारी बांठिया, विजयनगर से अनीशा बाबेल ने अपने विचार रखे।