आध्यात्मिक मिलन समारोह का आयोजन
कालू।
तेरापंथ भवन में साध्वी उज्ज्वलरेखा जी और साध्वी प्रांजलप्रभा जी का आध्यात्मिक मिलन समारोह हुआ। साध्वी प्रांजलप्रभा जी बोरावड़ में चातुर्मास संपूर्ण कर आडसर से तेरापंथ भवन कालू में पधारे। साध्वी उज्ज्वलरेखा जी के सान्निध्य में स्वागत समारोह आयोजित किया गया। साध्वी उज्ज्वलरेखा जी ने कहा कि साध्वी प्रांजलप्रभा जी से मिलकर बहुत प्रसन्नता हो रही है। हमारा मिलन औपचारिक नहीं आंतरिक मिलन है। प्रांजलप्रभा जी हमारे धर्मसंघ में अच्छा काम करने वाली साध्वी हैं। 26 वर्षों तक समण श्रेणी में रहे हैं। सभी श्रावक-श्राविकाएँ इनका लाभ उठाएँ। साध्वी प्रांजलप्रभा जी व उनकी सहवर्ती साध्वियों ने गीतिका के माध्यम से अपनी भावना को व्यक्त किया। हम श्रेणी आरोहण करने के बाद पहली बार कालू आए हैं। गुरुकृपा के हम आभारी हैं कि हमें सुदीर्घजीवी शासनश्री साध्वी बिदामा जी के दर्शन सेवा का लाभ मिला। साध्वी उज्ज्वलरेखा जी व सहवर्ती साध्वियों ने अपनी आंतरिक भावना को एक गीत के माध्यम से व्यक्त किया।
साध्वी प्रांजलप्रभा जी ने बताया कि सभी सेवाकेंद्रों से हम आशीर्वाद लेते हुए कालू की तीर्थ धरा पर आए हैं। साध्वीश्रीजी ने कहा कि परिवर्तन शाश्वत है। जम हम पहले यहाँ आए थे तब समणी थे और अब हम साध्वी हैं। साध्वी हेमप्रभा जी हम सबसे छोटी थीं और आज वह हम सबसे बड़ी बन गई हैं। बोरावड़ व कालू के श्रावक बहुत श्रद्धाशील श्रावक हैं। साध्वी हेमप्रभा जी ने कुछ पंक्तियों के द्वारा साध्वियों का स्वागत अभिनंदन किया। महिला मंडल व कन्या मंडल ने गीतिका का संगान किया। सभा अध्यक्ष बुद्धमल लोढ़ा ने सभी साध्वियों का और बोरावड़ से आए संघ का कालू की धरा पर स्वागत किया और साध्वीश्री जी ने निवेदन किया कि आप ज्यादा से ज्यादा दिन यहाँ विराजें। बोरावड़ के सभा अध्यक्ष व मंत्री ने अपने विचार रखे।