क्रोध और अहंकर के भावों में जाे मरता है उसे अप्सराएं वरमाला नहीं पहनातीं। - आचार्य श्री भिक्षु
क्रोध और अहंकर के भावों में जाे मरता है उसे अप्सराएं वरमाला नहीं पहनातीं।