अभातेयुप के तत्वावधान में देशभर में हुआ समता की साधना 'अभिनव सामायिक' का प्रयोग

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अभातेयुप के तत्वावधान में देशभर में हुआ समता की साधना 'अभिनव सामायिक' का प्रयोग

अभातेयुप के तत्वावधान में तेरापंथ युवक परिषद् टी.दासरहल्ली द्वारा पर्युषण महापर्व के तीसरे दिन अभिनव सामायिक का आयोजन हुआ। उपासक मांगीलाल पितलिया, नैनमल कोठारी की उपस्थिति में स्थानीय तेरापंथ भवन में श्रावक-श्राविकाओं द्वारा सामायिक आराधना की गई। नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम की शुरूआत हुई। तेयुप पूर्व अध्यक्ष मुकेश चावत, कन्हैयालाल गांधी ने विजय गीत का संगान किया। सभा-ट्रस्ट अध्यक्ष भगवतीलाल मांडोत ने श्रावक निष्ठा पत्र का वाचन किया। अध्यक्ष कन्हैयालाल गांधी ने पधारे हुए श्रावक-श्राविका समाज का स्वागत किया। उपासक नैनमल कोठारी ने कहा कि भारत की अध्यात्म परंपरा में सभी धर्मों का सार है संतुलित जीवन-शैली। यह समता से प्राप्त होती है और उसका प्रयोगात्मक अनुष्ठान है- सामायिक। युवा शक्ति इस अनुष्ठान में प्रतिदिन स्वयं को संभागी बनाए। कहा जाता है कि सामायिक में श्रावक सीमित समय के लिए साधुता का उदाहरण बन जाता है। अभिनव सामायिक अनुष्ठान में ज्ञानशाला प्रशिक्षिका द्वारा त्रिपदी वंदना करवाई गई। इस अवसर पर परिषद शाखा प्रभारी एवं मुख्य अतिथि गौतम खाब्या, परामर्शक लादुलाल बाबेल ने अपने विचार व्यक्त किए। अभातेयुप परिवार से विनोद मुथा, कमलेश गन्ना की विशिष्ट उपस्थिति रही। सभा-ट्रस्ट परिवार, महिला मंडल, युवक परिषद् की सहभागिता रही। कार्यक्रम का संचालन व आभार मंत्री शुभम बाबेल ने किया।