अणुव्रत काव्यधारा का भव्य आयोजन
मुनि जिनेशकुमार जी ठाणा-3 के सान्निध्य में अणुव्रत समिति हावड़ा द्वारा अणुव्रत काव्यधारा का आयोजन प्रेक्षा विहार में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अणुव्रत समिति हावड़ा की महिला सदस्यों के मंगलाचरण के साथ हुआ। मुनि जिनेशकुमार जी ने कहा कि छोटे-छोटे व्रतों को धारण करना अणुव्रत है। गुरुदेव तुलसी ने नैतिकता को स्थापित करने के लिए अणुव्रत आंदोलन को आगे बढ़ाया इसके माध्यम से पर्यावरण, नशामुक्ति, सामाजिक रूढ़ि, भ्रूण हत्या आदि के बारे में जागरूकता बढ़ती है। हम पहले स्वयं अणुव्रती बनें फिर दूसरों को अणुव्रती बनने की प्रेरणा दें। मुनि कुणाल कुमार जी ने अणुव्रत गीत का सुमधुर संगान किया।
कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध कविगण बंसीधर शर्मा, गजेन्द्र नाहटा, वसुंधरा मिश्र, ज्योत्सना दुगड़, शीला संचेती, सम्पत मल बरमेचा, बिंदु नखत ने अणुव्रत आचार संहिता के विभिन्न विषयों पर अपनी प्रस्तुति दी। अणुविभा के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रताप दुगड़ ने अपने भाव प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में अणुविभा के मीडिया संयोजक पंकज दुधोडिया, सदस्य विकाश दूगड़ की विशेष उपस्थिति रही। कार्यक्रम के प्रायोजक सम्पतमल बरमेचा का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष दीपक नखत ने स्वागत वक्तव्य दिया। आभार संयोजक अभिषेक खटेड़ ने एवं संचालन मंत्री बिरेंद्र बोहरा ने किया।