अणुव्रत कार्यशाला का आयोजन
हैदराबाद
अणुव्रत समिति के तत्त्वावधान में बोलाराम तेरापंथ भवन में विराजित साध्वी काव्यलता जी के सान्निध्य में अणुव्रत कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ तेममं, बोलाराम द्वारा मंगलगान से किया गया।
साध्वी काव्यलता जी ने कहा कि भावविशुद्धि से ही व्यक्ति अपनी जीवनधारा को मोड़ सकता है। अणुव्रत संयम की चेतना को जागृत कर भावशुद्धि की प्रेरणा प्रदान करता है। नैतिकता, ईमानदारी और चारित्रिक शुद्धि से ही व्यक्ति अपने आपको पूर्ण स्वस्थ रख सकता है।
इस अवसर पर साध्वी ज्योतियशा जी ने कार्यक्रम का संयोजन करते हुए कहा कि सावन मास कर्म निर्जरा का सुंदर अवसर है। संयम चेतना जागृत करने का अवसर है। त्याग-तप में आगे बढ़ने का समय है। अणुव्रत को जीवन में अपनाने की प्रेरणा देते हुए साध्वी ज्योतियशा जी, साध्वी सुरभिप्रभा जी ने सुमधुर गीतिका का संगान किया। बोलाराम कन्या मंडल से प्रेरणा निकिता योमा ने अणुव्रत शब्द चित्र के माध्यम से सुंदर प्रस्तुति दी। अणुव्रत समिति के अध्यक्ष प्रकाश भंडारी ने अध्यक्षीय वक्तव्य में आगंतुकों का स्वागत करते हुए अणुव्रत से जुड़ने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित करण सिंह बरड़िया व नीरज सुराणा ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन अणुव्रत समिति के मंत्री अशोक मेडतवाल ने किया।
इस अवसर पर जैन सेवा संघ के कोषाध्यक्ष अशोक संचेती, विनोद संचेती, तेरापंथ सभा के सहमंत्री राकेश सुराणा, जयसिंह सुराणा, तेयुप, हैदराबाद के अध्यक्ष प्रवीण श्यामसुखा, श्रवण कोठारी, सुमित, बोलाराम तेरापंथ सभा के मंत्री अनिल नवलखा, अणुव्रत समिति से उपाध्यक्ष अनिल कातरेला, सरोज भंडारी, प्रेम पारख, केवलचंद जैन आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित हुए। मानसरोवर के गायक नवनीत छाजेड़ ने गीत का संगान किया। अणुव्रत समिति के उपाध्यक्ष प्रकाश कोठारी ने धन्यवाद दिया। आगंतुक अतिथियों को अणुव्रत समिति ने साहित्य द्वारा सम्मानित किया।