संस्कार निर्माण के में जरूरी है मंत्र दीक्षा
मैसूर
तेरापंथ भवन में साध्वी डॉ0 मंगलप्रज्ञा जी के सान्निध्य में बालिकाओं के संस्कार निर्माण हेतु क्षेत्रीय मंत्र दीक्षा का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें मैसूर, नंजनगुड, हुंसूर श्रीरंगपटना, मांड्या एवं आदि अनेक क्षेत्रों से ज्ञानार्थियों ने भाग लिया एवं मंत्र दीक्षा ग्रहण की। कार्यक्रम के प्रारंभ में बच्चों द्वारा ज्ञानशाला गीत गाया गया। साध्वी सिद्धियशा जी ने विचार व्यक्त किए। मुख्य अतिथिगण तेरापंथ सभाध्यक्ष शांतिलाल कटारिया, तेयुप मैसूर के नव निर्वाचित अध्यक्ष विक्रम पितलिया, ज्ञानशाला प्रभारी नेमीचंद बडोला ने विचाराभिव्यक्ति दी।
कार्यक्रम के दौरान साध्वी मंगलप्रज्ञा जी ने कहा कि ज्ञानशाला आचार्य तुलसी की अद्भुत एवं दीर्घदर्शी चिंतन का फलित है। संस्कार निर्माण का एक महनीय उपक्रम हैमंत्र दीक्षा। कार्यक्रम में मैसूर ज्ञानशाला ने आचार्य भिक्षु जीवन झांकी, नन्जनगुड ज्ञानशाला ने ऐतिहासिक बाल किरदारों के माध्यम से प्रस्तुति दी। हुंसूर, मण्ड्या की ज्ञानशालाएँ, ज्ञानशाला प्रशिक्षिकागण एवं साध्वीवृंद ने सुमधुर गीतिकाएँ प्रस्तुत की। अनिता कटारिया, ज्ञानशाला संयोजिका ने आभार व्यक्त किया एवं रीना देरासरिया ने कार्यक्रम का संचालन किया। 120 बालक-बालिकाओं ने मंत्र दीक्षा स्वीकार की। विशेष ज्ञानशाला संयोजक नवीन देरासरिया का सहयोग रहा।