भगवान पार्श्व जन्म कल्याणक दिवस
पुरी
मुनि जिनेश कुमार जी के सान्निध्य में भगवान पार्श्व जन्म कल्याणक दिवस तप-जप व गुणोत्कीर्तन के द्वारा मनाया गया। पुरी स्थित संपतराज रांका के जिज्ञाशा स्थल तथा गोल्डन बीच पर उपस्थितों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान पार्श्व जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर थे। उनका जन्म वाराणसी में राजा अश्वसेन के पुत्र के रूप में हुआ। वे क्रांतिकारी थे। उन्होंने अज्ञान तप अंधविश्वास कुरूढ़ियों पर जबर्दस्त प्रहार किए। उन्होंने दीक्षा स्वीकार कर साधना से केवल ज्ञान प्राप्त किया। इस अवसर पर पहले मुनि जिनेश कुमार जी आदि मुनिश्री द्वारा भगवान पार्श्व का जाप और स्तुतियों का संगान किया गया। इस अवसर पर पुरी व भुवनेश्वर के स्थिति संध्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। सुभाष भूरा ने मुनिवृंदों का स्वागत करते हुए पार्श्व जयंती पर आयोजित तपोयज्ञ के बारे में बताया।