शपथ ग्रहण समारोह एवं मेधावी छात्रों को पुरस्कार वितरण
राजसमंद
तुलसी साधना शिखर पर प्रबुद्ध संत मुनि संजय कुमार जी, मुनि प्रकाश कुमार जी, मुनि धैर्य कुमार जी एवं मुनि सिद्धप्रज्ञ जी के सान्निध्य में टीपीएफ का शपथ ग्रहण समारोह एवं मेधावी छात्रों को पुरस्कार वितरण किया गया। मुनि संजय कुमार जी ने कहा कि हमें अपना लक्ष्य ऊँचा बनाना चाहिए। बुद्धि के साथ-साथ समझ का भी विकास जरूरी है। शिक्षा के साथ संस्कार जरूरी है, अच्छे संतों की संगत से संस्कार प्राप्त होते हैं। मुनि प्रकाश कुमार जी ने कहा कि तेरापंथ एक संगठित और मर्यादित धर्मसंघ है। इसमें सर्वांगीण विकास की पूरी संभावना रहती है। टीपीएफ के द्वारा प्रतिभाओं का विकास और सम्मान होना जरूरी है। मुनि धैर्य कुमार जी ने कहा कि जब तक जीवन में संस्कार नहीं आते तब तक ऊपर की शिक्षा ज्यादा उपयोगी नहीं बनती। शिक्षा और संस्कार में दूरी नहीं होनी चाहिए। मुनि सिद्धप्रज्ञ जी ने कहा कि किसी भी कार्य के निष्पत्ति में मेन पॉवर, मनी पॉवर, मोरल पॉवन एवं मैनेजमेंट पॉवर का होना जरूरी है। कार्य की सफलता के लिए समय का नियोजन, कार्य का विभाजन व्यक्ति का संयोजन एवं शक्ति का संवर्धन होना चाहिए। टीपीएफ इस दिशा में सकारात्मक कदम उठा रहा है। विनोद बोहरा ने टीपीएफ को आगे बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण सेवाएँ दी हैं। इस अवसर पर टीपीएफ के विनोद बोहरा ने अपने वक्तव्य में कहा कि टीपीएफ के माध्यम से मुझे सेवा करने का मौका मिला है। आप सबका पूर्ण सहयोग मिलेगा, ऐसी मुझे पूर्ण आशा और विश्वास है। मैं निश्चित ही अपने इस नए कार्यकाल में सफल होऊँगा। नवीन चोरड़िया ने टीपीएफ की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि टीपीएफ जैन धर्म में अपनी एक पहचान बना रहा है। इस अवसर पर कार्यक्रम का मंगलाचरण मुनि सिद्धप्रज्ञ जी ने किया। सोनू जैन एवं प्रिया जैन ने टीपीएफ सॉन्ग का मधुर संगान किया। आर0के0 जैन ने आभार ज्ञापन किया। इस अवसर पर राजसमंद जिले से समागत अनेक मेधावी छात्र-छात्राओं को टीपीएफ के द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में तेरापंथ सभा, कांकरोली के अध्यक्ष प्रकाश सोनी, तेयुप के अध्यक्ष धनेंद्र मेहता, राजसमंद बोधि स्थल के अध्यक्ष ख्यालीलाल चपलोत, तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्षा डॉ0 सीमा कावड़िया, महावीर मंच के अध्यक्ष सुशील बड़ाला, सुमन बड़ाला, रेखा सोनी, सुनील कोठारी, डॉ0 नीना कावड़िया आदि वरिष्ठजन उपस्थित थे।