श्रीउत्सव मेले का आयोजन
लाडनूं।
अभातेममं के निर्देशानुसार तेममं द्वारा पहली पट्टी स्थित ओसवाल पंचायत भवन में श्रीउत्सव मेले का आयोजन किया गया। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि आई0एस0 नलिनी कठोतिया व विशिष्ट अतिथि थानाधिकारी सुरेंद्र राव थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता नरपत सिंह बैगवानी ने की। श्रीउत्सव की शुरुआत शासन गौरव कल्पलता महाराज जी द्वारा मंगल उद्बोधन के साथ हुई। केसरिया परिधान में सजी महिला मंडल की बहनों द्वारा मंगलाचरण प्रस्तुत किया गया। श्रीउत्सव मेले में शासन गौरव कल्पलता जी महाराज ने कहा कि यह उत्सव मेला महिलाओं को स्वावलंबी व कौशलयुक्त बनाने का उपक्रम है। वृद्ध सेवा केंद्र व्यवस्थापिका साध्वी प्रबलयशा जी ने कहा कि जैन समाज की महिलाओं को महिला मंडल के द्वारा जागरूक करने व धार्मिक कार्यक्रमों में जोड़ने का एक माध्यम है श्रीउत्सव मेला।
शासनश्री मुनि विजय कुमार जी ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन होना बहुत जरूरी है। सहवर्ती साध्वीवृंद व मुनि तन्मय कुमार जी का सान्निध्य भी प्राप्त हुआ। तेममं की अध्यक्षा प्रीति घोषल ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए सभी का स्वागत किया। उत्सव मेले में मुख्य अतिथि आई0एस0 नलिनी कठोतिया ने महिलाओं के श्रीउत्सव कार्यक्रम की सराहना की। थानाधिकारी सुरेंद्र राव ने कहा कि मैं ऐसे आयोजन में प्रथम बार आया हूँ और मुझे यहाँ आकर बहुत ही खुशी की अनुभूति हो रही है। ओसवाल समाज के सरपंच नरेंद्र सिंह भुतोड़िया, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष शांतिलाल वैद्य, महासभा कार्यकारिणी सदस्य राजेंद्र खटेड ने विचार व्यक्त किए। श्रीउत्सव मेले की संयोजिका व कार्यकारिणी सदस्य प्रेमलता बेगवानी ने कहा कि ऐसे मेले के आयोजन से महिलाओं में आत्मविश्वास आता है वह आर्थिक रूप से मजबूत बनने के लिए अग्रसर होती है। कार्यक्रम का संचालन व आगंतुकों का आभार मंत्री नीता नाहर ने किया।
श्रीउत्सव मेले में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया तथा अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया। मेले में महिलाओं ने खाने-पीने के व्यंजन, कपड़े, महिला शंृगार, विविध गेम्स, मोदी केयर, हर्बल शिकंजी, एंटीक आइटम, होम्योपैथिक दवाई, एलआईसी जीवन के साथ भी जीवन के बाद भी आदि की स्टॉलों के साथ जैन धर्म की जानकारी हेतु जैन साहित्य, सेवाभावी दवाइयाँ आदि की स्टॉल भी वहाँ उपलब्ध थी। ‘मेहंदी रचे हाथ अष्टमंगल के साथ’ व ‘साड़ी में नारी लगती है प्यारी’ दो प्रतियोगिताओं का आयोजन भी श्रीउत्सव मेले में किया गया। साड़ी प्रतियोगिता में प्रथम चारू तथा द्वितीय स्थान पर मधु बोथरा ने तथा तृतीय स्थान पर डिंपल बैद, तमन्ना ने प्राप्त किया तथा स्पेशल ईनाम सुनीता को दिया गया। मेहंदी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान स्वाति, द्वितीय नैना और तृतीय स्थान तनु ने प्राप्त किया। मेले में दिन-भर आगंतुकों का आना-जाना रहा।