नव वर्ष पर कार्यक्रम का आयोजन
लाडनूं।
नव वर्ष प्रवेश पर स्थानीय ऋषभ द्वार में विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर शासनश्री मुनि विजय कुमार जी ने कहा कि समय एक ऐसा पंछी है, जो हर क्षण उड़ता रहता है। यह कभी भी ठहरता नहीं है। यह सततगामी है। उड़ते हुए इस पंछी को रोकना असंभव है। हाँ, जो जागरूक होते हैं वे इस पंछी की उड़ान के साथ अपने डग भरकर जीवन का उत्थान भी कर लेते हैं। ई0 सन् 2022 एक वर्ष तक अपनी दस्तक देकर हमारे बीच से चला गया। 2023 का वर्ष हमारे सामने है। अतीत के कड़वे-मीठे संस्मरण हर व्यक्ति के मस्तिष्क में एक सीरियल की तरह उभरते रहते हैं। उन्हें भूल पाना भी कठिन है, किंतु बीते वर्ष के अप्रिय और कटु प्रसंगों को सामने रखकर हम संकल्प कर सकते हैं कि जो प्रमाद हमारे द्वारा अतीत में हुआ वह इस वर्ष में नहीं होगा। व्यक्ति का संकल्प बलवान होता है तो वह बहुत सारे दुष्कृत्यों से स्वयं को बचा लेता है। नव वर्ष प्रवेश पर शासनश्री मुनिश्री ने सभी को भक्तामर का विशेष अनुष्ठान करवाया व वृहद् मंगलपाठ सुनाया। एक गीत के द्वारा उन्होंने सभी के मंगलमय जीवन की कामना की। मुनि तन्मयकुमार जी ने गीत प्रस्तुत किया। भाई-बहनों की उपस्थिति सराहनीय थी। सभी ने आपस में एक-दूसरे को मंगलकामनाएँ दी।