मोक्ष का उपाय - साधु की पर्युपासना : आचार्य श्री महाश्रमण

गुरुवाणी/ केन्द्र

मोक्ष का उपाय - साधु की पर्युपासना : आचार्य श्री महाश्रमण

सौराष्ट्र से कच्छ की ओर गतिमान परम पूज्य आचार्यश्री महाश्रमणजी भरतनगर के पटेल समाजवाड़ी भवन में पधारे। मंगल देशना प्रदान कराते हुए पूज्यवर ने फरमाया कि मोक्ष पहुंचने की यात्रा के सन्दर्भ में एक मार्ग बताया गया है - साधुओं की पर्युपासना करना। पर्युपासना करने से पहला लाभ बताया गया कि तुम श्रमणों के पास बैठोगे तो कुछ सुनने को मिल जाये। श्रमणोपासक श्रावक होता है। पास में बैठने से कुछ ज्ञान की बात सुनने का लाभ मिल सकता है। वर्तमान में तो साधुओं की वाणी सुनने के अनेक संसाधन उपलब्ध है। सोशियल मीडिया से दुनिया भर की बातें सुनने-जानने को मिल सकती है पर वाणी सुनने के लिए कुछ प्रयास तो करना होगा।
साक्षात सुनने का लाभ तो विशेष होता है। आंख और कान ज्ञान प्राप्ति के सक्षम माध्यम हैं। देखने और सुनने से बात स्पष्ट होती है। सुनने से ज्ञान हो सकता है। जैन धर्म से संबंधित अनेक ग्रन्थों के भंडार है जिनमें ज्ञान की बातें जानी जा सकती है। कई बार पढ़ने से पर्याप्त ज्ञान मिलता है, कोई पढ़ाने वाला भी चाहिए। कान से सुनकर ज्ञान ग्रहण करने का भी महत्व है। ज्ञान से विज्ञान होता है। हेय, ज्ञेय, उपादेय का पृथक्करण किया जा सकता है कि जानने लायक क्या है, छोड़ने लायक क्या है। छोड़ने का त्याग करेंगे तो संयम हो जाएगा। संयम से अनाश्रव हो जाएगा, कर्मों का बन्ध नहीं होगा। फिर ज्ञेय होगा तो व्यवधान-निर्जरा होगी, कर्म झड़ेंगे। फिर आगे बढ़ते-बढ़ते अक्रिय होकर, चौदहवें गुणस्थान में पहुंच कर निर्वाण को प्राप्त हो सकते हैं। यह सिद्धि का मार्ग है। धार्मिक ज्ञान के साधु स्वयं अध्येता है। गृहस्थ भी अच्छे ज्ञानी हो सकते हैं। साधुओं की सत्संगत बड़ी सुखदायी बन सकती है। साधु का गांव में समागम होना अच्छी बात है। संत समागम व भगवान की वाणी सुनना बढ़िया बात है। आदमी को सज्जनों की संगत करनी चाहिए। कहा गया है - सत्संगत से सुख मिलता है। आदमी त्यागी संतों की संगत करे।
कितनी योनियों में भ्रमण के बाद मानव जीवन मिलता है। मनुष्य जन्म से आदमी आत्मा से परमात्मा बन सकता है, संसार से मोक्ष में जा सकता है। मानव जीवन जो हमें मिला हुआ है, उसका अच्छा लाभ उठाएं, पाप कर्म करने से बचें। जीवन में सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्ति रहे। ध्यान, जप, स्वाध्याय में समय लगाएं ताकि आत्मा को उज्ज्वल बना सकें। आज पटेल समाज के भवन में आए हैं। पटेल समाज में भी अच्छे संस्कार रहे। मोरबी के डिप्टी कलेक्टर सुशीलकुमार परमार, सरपंच विट्ठल भाई पटेल ने पूज्यवर के स्वागत में अपनी भावना अभिव्यक्त की। मोरबी तालुका पंचायत प्रमुख अशोकभाई पटेल, मोरबी भाजपा के जिला महामंत्री ज्योतिसिंह जडेजा आदि ने पूज्य प्रवर के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम का संचालन मुनि दिनेश कुमार जी ने किया।