तप अभिनंदन समारोह के विभिन्न आयोजन
शाहदरा,दिल्ली
साध्वी अणिमाश्रीजी के सान्निध्य में ओसवाल भवन में तेरापंथी सभा, शाहदरा के तत्वावधान में मासखमण तप साधिका सुशीला सुराणा के मासखमण एवं तपसण की 19 वर्षीय दोहिती धृति दुगड़ के पखवाड़े तप के उपलक्ष में तपोभिनंदन का भव्य कार्यक्रम समायोजित हुआ। तप-शोभा यात्रा के द्वारा तपस्विनी बहनों ने भवन में प्रवेश किया। साध्वी अणिमाश्रीजी ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में कहा-‘ऐसा लगता है, शाहदरा में तप की दीवाली आई है। घर-घर में तपस्या के दीप जल रहे हैं। आंगन-आंगन में तप के फूल खिल रहे हैं। उन तप-फूलों की सुवास से पूरा दिल्ली सुवासित हो रहा है। भगवान महावीर ने आत्म-शोधन के लिए तपस्या का मार्ग बताया है। तप रूपी पावक में तपकर आत्मा कुंदन की तरह निखर जाती है। बहन सुशीला सुराणा ने मासखमण (31 तप) एवं धृति दुगड़ ने पखवाड़ा तप कर अपने आत्मतेज को तेजोदीप्त किया है। नानी-दोहिती का यह जोड़ा अभिनन्दनीय है, स्तुत्य है। नानी-दोहिती के जोड़े विरले होते हैं, जो तप के क्षेत्र में साथ-साथ गतिमान होते हैं। नानी-दोहिती का यह जोड़ा तप के क्षेत्र में नए कीर्तिमान बनाए। तपस्वी के मनोबल, संकल्पबल के साथ परिवार के सहयोग से आज भावना फलित हुई है। तप की भावना निरन्तर बढ़ती रहे मंगलकामना।’
साध्वीवृंद ने तप की अनुमोदना में भावपूर्ण गीत का संगान किया। साध्वी प्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी के संदेश का वाचन विनय सुराणा ने किया। तेरापंथी सभाध्यक्ष पन्नालाल बैद, ओसवाल समाज के महामंत्री राजेन्द्र सिंघी, पूर्वी दिल्ली तेरांपथ महिला मंडल अध्यक्षा सरोज सिपानी, तेयुप दिल्ली से पवन पारख एवं तेरापंथी सभा, गाजियाबाद के सहमंत्री महेन्द्र घीया ने विचार रखे। मेघना व हर्षिता तथा पारिवारिक बहिनों ने गीत एवं अणुविभा से डॉ0 कुसुम लुणिया ने अपने भावों की सुंदर प्रस्तुति दी।
तेरापंथी सभा, शाहदरा की ओर से गुरुदेव की तस्वीर, मोमेंटो, साहित्य आदि से तपस्विनी बहिनों का सम्मान किया गया। अणुव्रत समिति व तेममं पूर्वी दिल्ली द्वारा तपस्विनी बहिनों का साहित्य से सम्मान किया गया। साध्वी मैत्रीप्रभाजी ने कार्यक्रम का संचालन किया।