मासखमण तपाभिनंदन समारोह
सिलीगुड़ी
कल्याण मित्र बिशनदयाल गोयल परिवार के सदस्य प्रणय गोयल के मासखमण की तपस्या के तप अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए मुनि प्रशांतकुमारजी ने कहा कि त्याग, तपस्या, संयम के द्वारा कर्माे को हल्का किया जा सकता है। तप करने से कर्म कटते हैं, साथ-साथ में पुण्य भी बंधता है। हमें आत्म साधना करनी चाहिए, जिससे पुराने कर्म हल्के हो जाएं और नये पापकर्म से बच जाएं। बिशनदयाल गोयल परिवार के संस्कार पीढ़ी दर पीढ़ी देखने को मिल रहे हैं। पूरा परिवार धर्मसंघ को समर्पित है। रेणु ने अपने परिवार को धर्म के अच्छे संस्कार दिए हैं। प्रणय ने बहुत आत्मबल का परिचय दिया है।’ इस अवसर पर प्रणय गोयल के साथ अठाई की तपस्या में उपस्थित निधि गोयल एवं दिव्या छाजेड की तपस्या के प्रति भी मुनिश्री ने आध्यात्मिक मंगलकामना व्यक्त की।
मुनि कुमुदकुमारजी ने कहा- ‘चातुर्मास का यह तीसरा मासखमण सिलीगुड़ीवासियों की श्रद्धा भक्ति का परिचय है।’
साध्वी प्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी के संदेश का वाचन मांगीलाल बोथरा एवं साध्वी यशोधराजी, साध्वी आनन्दप्रभाजी के संदेश का वाचन रमेश गोयल ने किया। संस्था शिरोमणी जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा के मुख्य न्यासी सुरेश गोयल, तेरापंथी सभा से सुरेन्द्र छाजेड़, तेयुप मंत्री सचिन आंचलिया, अणुव्रत समिति अध्यक्षा डिम्पल बोथरा, टीपीएफ उपाध्यक्ष महावीर बैद, मारवाड़़ी युवा मंच के अनिल अग्रवाल, अतुल गोयल, शशि जैन, कीर्ति गोयल, सुप्रभाता अग्रवाल, दीपक महनोत एवं गोयल परिवार की बहिनों ने वक्तव्य एवं गीत के द्वारा तप अनुमोदना की।
विभिन्न संस्थाओं द्वारा अभिनन्दन पत्र, साहित्य एवं स्मृति चिन्ह द्वारा तपस्वियों का अभिनन्दन किया गया। कार्यक्रम का संचालन मुनि कुमुदकुमारजी एवं तेरापंथी सभा मंत्री मदन संचेती ने किया।