तप अभिनंदन समारोह के विभिन्न आयोजन
जलगांव
डॉ0 मुनि आलोककुमारजी के सान्निध्य में सिद्धांत सुभाष डागा के मासखमण की तपस्या के प्रत्याख्यान एवं अनुमोदन का कार्यक्रम अणुव्रत भवन में प्रवचन के समय सम्पन्न हुआ। मुनिश्री के इस पावस प्रवास में जलगांव से यह प्रथम मासखमण तप की भेंट है। युवा सिद्धांत डागा ने दृढ़ मनोबल, आत्मबल का परिचय देते हुए मासखमण की तपस्या की। इस कार्यक्रम में तेरापंथी सभा उपाध्यक्ष राजकुमार सेठिया, तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्षा निर्मला छाजेड़ ने अपनी भावना प्रकट की। तेरापंथ महिला मंडल की बहिनों ने व पारिवारिक-आत्मीय संबंधीजन ने गीत एवं अपने वक्तव्यों के द्वारा तपस्वी सिद्धांत के तप का अभिनंदन करते हुए तप अनुमोदना की।
मुनि लक्ष्यकुमारजी ने अपने मंगल उद्बोधन में तप की महिमा बताई। मुनि आलोककुमारजी ने अपने प्रेरणा पाथेय में फरमाया कि जैन धर्म में तपस्या का क्या महत्व है, तपस्या क्यों करनी चाहिए, तपस्या से मानव मात्र के जीवन में क्या परिवर्तन आता है। सुमधुर गायक मुनि हिमकुमारजी ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर तपस्वी भाई के पारिवारिक सदस्यों के साथ श्रावक- श्राविकाएं उपस्थित रहे।