‘उड़ान ज्ञान गगन में’ कार्यशाला

संस्थाएं

‘उड़ान ज्ञान गगन में’ कार्यशाला

नन्दनवन, मुम्बई
आचार्यश्री महाश्रमणजी के पावन सान्निध्य एवं साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभाजी की प्रेरणा से श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ महिला मंडल मुंबई द्वारा नंदनवन में विषय  ‘क्या आपके पास तेरापंथ का आधार कार्ड है?’ पर कार्यशाला आयोजित हुई। 
मुख्य वक्ता साध्वी प्रबुद्धयशाजी ने नमस्कार महामंत्र से कार्यशाला की शुरुआत की। विषय प्रतिपादित करते हुए फरमाया स्वयं के व्यक्तित्व की पहचान के लिए क्या आपके पास तेरापंथ का आधार कार्ड है? उन्होंने इस संदर्भ में  गुरुधारणा, सम्यकत्व दीक्षा के पांच नियमो  की जानकारी देते हुए कहा कि देव, गुरु, धर्म पर श्रद्धा रहना आवश्यक है। ऐसी दुर्लभ श्रद्धा हमें विरासत में प्राप्त है। आधुनिकता अच्छी है पर उसके साथ मौलिकता नहीं जानी चाहिए। अनुशासन, सेवा और समर्पण देखना है तो तेरापंथ में देखना चाहिए। क्या आपके जीवन व्यवहार में, आपके संस्कार में तेरापंथ बोलता है? अपना मूल्यांकन स्वयं करे। यह आधार कार्ड आपके जीवन के लिए कल्याणकारी बनेगा।
अभातेममं की ट्रस्टी प्रकाश देवी तातेड़, अभातेममं पूर्व महामंत्री तरुणा बोहरा, मुंबई महिला मंडल अध्यक्ष विमला कोठारी, मंत्री संगीता चपलोत, पूर्वाध्यक्ष मीना सुराणा, प्रेमलता सिसोदिया, भारती सेठिया, रचना हिरण आदि सभी पदाधिकारी बहिनें उपस्थित रहीं।
सीमा बाफना ने संचालन और आभार ज्ञापन किया। कार्यशाला में लगभग 900 बहनों की सराहनीय उपस्थिति रही।