रूपांतरण कार्यशाला
बारडोली।
अभातेममं के तत्त्वावधान में तेममं द्वारा लेश्या व ध्यान पर आधारित कार्यशाला का आयोजन किया गया। नमस्कार महामंत्र व प्रेरणा गीत के संगान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। उपासिका प्रेरणा बाफना ने शुभ और अशुभ लेश्या के विषय में जामुन के पेड़ के दृष्टांत के माध्यम से समझाया। मीना मेहता ने रंगों पर आधारित विभिन्न केंद्रों पर ध्यान करवाया। चेतना पितलिया ने ब्वसवनत जीमतंचल के बारे में बताया। धर्मिष्ठा मेहता एवं सीमा बाफना ने ध्यान पर आधारित एक गीतिका का संगान किया व ध्यान के चार प्रकार के बारे में विवेचन किया। मीना मेहता ने पुरानी ढालों के पुनरावर्तन के अंतर्गत गीतिका का संगान किया। कार्यशाला में सभी बहनों ने उत्साह से भाग लिया। कार्यशाला का संचालन मंत्री धर्मिष्ठा मेहता ने किया।